नई दिल्ली,दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और कोलकाता समेत देश के कई बड़े शहरों में आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है. दिल्ली में जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों के घुसने की खबर है.
खुफिया विभाग के सूत्रों का कहना है कि यह सभी हथियारों से लैस हैं और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बौखलाहट में त्योहारों के मौके पर हमला करने की फिराक में हैं. मिली जानकारी के मुताबिक बीती देर शाम स्पेशल सेल को अलर्ट मिला की कि कश्मीर के रास्ते यह दिल्ली में घुसे हैं. इसके बाद कई जगहों पर तुरंत सर्च ऑपरेशन किया गया और दिल्ली के सभी डीसीपी, एसीपी और एसएचओ को किया गया अगाह कर दिया गया है.
खुफिया जानकारी में दिल्ली पुलिस को वे इलाके भी बता दिये गये, जिनमें संदिग्धों के छिपे होने की आशंका थी. खुफिया तंत्र की सूचना पर दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल, क्राइम-ब्रांच से लेकर 15 जिलों तक की अधिकांश आधी रात के बाद दिल्ली की सड़कों पर उतर आई. स्पेशल सेल की टीमें उत्तर-पूर्वी जिला के जाफराबाद, सीलमपुर, वेलकम, पूर्वी जिले के कई इलाकों में रात भर संदिग्ध को तलाशती रहीं.
इसी तरह स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच की कुछ टीमें पुरानी दिल्ली की घनी आबादी जैसे चांदनी चौक, चितली कवर, चांदनी महल में गली-गली भटकती रहीं. दिल्ली पुलिस की टीमों ने जामिया नगर, ओखला (यमुना नदी के किनारे बसी अनधिकृत कालोनी) में भी तड़के पांच बजे तक चक्कर काटे. दिल्ली पुलिस में उच्च पदस्थ एक सूत्र ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “सूचना आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कुछ आतंकियों के घुस आने की थी.
इसीलिए सर्च ऑपरेशन में स्पेशल सेल को लगाया गया होगा. वरना स्थानीय अपराधियों को दबोचने में तो दिल्ली पुलिस के थानों की पुलिस की समर्थ थी.” यह अलग बात है कि, दिल्ली पुलिस के इतने बड़े लाव-लश्कर के राष्ट्रीय राजधानी की संकरी गलियों में पूरी रात भटकने के बाद भी सुबह वो खाली हाथ खड़ी थी. हालांकि सूत्र बताते हैं कि, दिल्ली पुलिस की एक खास टीम ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है.