इस 5 स्टार होटल पर बड़ा आतंकी हमला, हुई कई लोगों की मौत
January 16, 2019
नई दिल्ली,केन्या की राजधानी नैरोबी के एक होटल परिसर में हुए आत्मघाती बम हमले और गोलीबारी में 15 लोगों की मौत हुई है. नैरोबी में पांच साल बाद इस तरह का यह पहला आतंकवादी हमला है. इस हमले के बाद लोग दहशत में आए गए और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते दिखे.
सोमालिया के इस्लामी चरमपंथी संगठन अल-शबाब ने हमले की जिम्मेदारी ली है. इस संगठन ने 2013 में वेस्टगेट मॉल पर हमला किया था जिसमें 67 लोगों की मौत हुई थी. चार्ल्स नजेंगा नाम के एक चश्मदीद ने बताया, ‘जो मैंने देखा वो बहुत भयानक था.’ कैंपस से पहली बार गोली चलने की आवाज आने के दो घंटे बाद भी गोलीबारी जारी थी. नैरोबी के वेस्टलैंड्स इलाके में स्थित परिसर में एक डूसिट डी2 नाम का होटल, बार, रेस्तरां, बैंक तथा दफ्तर हैं. इस इलाके में बड़ी संख्या में अमेरिकी, यूरोपी और भारतीय प्रवासी रहते हैं. समाचार एजेंसी के मुताबिक, हमले के बाद करीब 150 कर्मचारियों को इमारत से निकाला गया, जबकि कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए.
केन्या के राष्ट्रीय पुलिस प्रमुख जोसेफ बोइनेट ने इसे संदिग्ध आतंकी हमला बताते हुए कहा, ‘हमें पता है कि हथियारबंद अपराधी होटल में है. विशेष बल उनका मुकाबला कर रहे हैं.’ उन्होंने यह नहीं बताया कि हमले में कितने लोगों की मौत हुई और कितने जख्मी हुए हैं. बहरहाल, केन्या पुलिस के एक अधिकारी ने नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि निचले खंड पर स्थित रेस्तरां और ऊपरी खंड पर स्थित दफ्तरों में शवों को देखा गया है, लेकिन उनकी गिनती करने का वक्त नहीं था.
वहीं अन्य समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने 15 शव देखे हैं. केन्या के अस्पतालों ने लोगों से रक्तदान की अपील है. केन नाम के एक चश्मदीद ने बताया कि उसने होटल के प्रवेश द्वार पर पांच शवों को देखा है. उन्होंने कहा कि लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे, जब हम उनकी मदद के लिए भागे तो ऊपर की ओर से गोलीबारी होने लगी और हम जान बचाने के लिए जमीन पर लेट गए. हम केवल दो लोगों को ही गोलीबारी करते हुए देख पाए. केन्या के अस्पतालों ने रक्तदान की अपील है. वेस्टगेट हमले की तरह ही ऐसा लगता है कि यह हमला भी समृद्ध केन्याई और विदेशी लोगों को निशाना बनाने के लिए किया गया है. कई गाड़ियों को आग लगा दी गई. लोग दहशत में आ गए और चिल्लाते हुए इधर-उधर भाग रहे थे. कुछ लोग जान बचाने के लिए कारों के पीछे तो अन्य फुव्वारों की आड़ में छुप गए थे.
पुलिस ने कहा कि उन्होंने विस्फोटक से भरी कार को उड़ा दिया. परिसर के गलियारे में एक ग्रेनेड भी देखा गया है, जिसमें विस्फोट नहीं हुआ था. सुरक्षा बलों ने महिलाओं के एक समूह को तेजी से बाहर निकाला. इसके अलावा अन्य लोगों को भी सुरक्षित बाहर निकाला, क्योंकि हथियारों से लैस सादे कपड़े पहने अधिकारी परिसर में हरेक दुकान पर जाकर जांच कर रहे हैं. अल शबाब ने 2011 में केन्या द्वारा सोमालिया में सैनिक भेजने के खिलाफ बदला लेने का संकल्प लिया हुआ है. अल कायदा से संबद्ध समूह केन्या में सैकड़ों लोगों की जान ले चुका है.