अंधविश्वास के चक्कर में एक परिवार के 11 लोगों ने लगाया मौत को गले
July 2, 2018
नई दिल्ली,दिल्ली के बुराड़ी इलाके में हुई दिल दहला देने वाली घटना के बाद राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के सावा गांव में शोक लहर है. दिल्ली के बुराड़ी इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझी है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों से कई सनसनीखेज जानकरियां मिली हैं. जहां 10 लोगों के शव लटके हुए मिले उसके पास ही एक कमरे से पुलिस ने 2 रजिस्टर बरामद किए हैं. दोनों रजिस्टरों में कई पेज भरे हुए हैं तो कुछ खाली हैं. ये पन्ने हाथ से लिखे गए हैं. लेकिन जिस तरह से मौत का तरीका है, वही तरीका दोनों रजिस्टरों में लिखा गया है.
जिसमें भगवान के दर्शन करने के लिए दस बातें लिखी हुई हैं. यह डायरी घर में बने पूजा कमरे में रखी हुई थी। इसी के आधार पर ही पुलिस हत्याकांड में तंत्र-मत्र, कलयुगी बाबा व काले जादू का अंदेशा जता रही है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक रजिस्टरों में लिखा है कि ‘रात में एक बजे के बाद जाप शुरू करो, मौत के पहले अपनी आंखें बंद करो कपड़े और रुई रखकर, मरते समय छटपटाहट होगी इसलिए अपने हाथ काबू करने के लिए उन्हें बांध लो, ये काम शनिवार और गुरुवार को अच्छा रहेगा.’ इस रजिस्टर में कुछ और चौकने वाले खुलासे सामने आए हैं. पुलिस इसी पहलू को ध्यान में रखते हुए मौत की असली वजहों का पता लगाने में जुटी है.
आसपास के लोगों, रिश्तेदारों और जानकारों ने यह बताया कि भाटिया परिवार शुरू से ही धार्मिक प्रवृत्ति का था. पड़ोसी महिला रागिनी ने तो यहां तक बताया कि भाटिया परिवार के घर में रोजाना सुबह-शाम दो-दो घंटे का पाठ होता था. परिवार के सभी सदस्यों की भगवान में आस्था थी और ये हमेशा व्रत-त्योहार में मशगूल रहते थे. कोई भी धार्मिक अवसर होता तो पूरा-का पूरा परिवार ही व्रत रखता था.