भीलवाड़ा, राजस्थान में भीलवाड़ा के बृजेश बांगड़ मेमोरियल हॉस्पिटल की तीसरी मंजिल पर रविवार सुबह अचानक आग लगने से वहां भर्ती मरीजों में खलबली मच गयी।
सूचना मिलने पर सुभाष नगर थाना अधिकारी पुष्पा कासोटिया अस्पताल पहुंची और तीसरी मंजिल पर पहुंचकर सभी खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए, जिससे एक बड़ी अनहोनी टल गयी । अस्पताल प्रशासन ने बताया कि तीसरी मंजिल पर यह आग बिजली के शॉर्ट सर्किट से लगी थी और कुछ ही मिनटों में धुएं ने पूरे अस्पताल को घेर लिया था। आनन-फानन में इस अस्पताल के आईसीयू और अन्य वार्डों में भर्ती 35 गंभीर मरीजों को तुरंत बाहर निकाल कर शहर के अन्य दो निजी अस्पताल कृष्णा और रामस्नेही हॉस्पिटल में भेज दिया गया। नगर परिषद की तीन दमकल और संगम उद्योग समूह की दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया.
आग की सूचना मिलते ही एसपी प्रीति चंद्रा और सीओ सिटी भंवर रणधीर सिंह तुरंत अस्पताल पहुंच गये। जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कहा कि अस्पताल में बिजली के शार्ट सर्किट के कारण आग लगी, जिस पर समय रहते पूरी तरह से काबू पा लिया गया। धुएं के कारण मरीजों को अन्य अस्पताल में शिफ्ट कर उनके इलाज की संपूर्ण व्यवस्था कर दी गई है।
ग़ौरतलब है कि इसी अस्पताल ने भीलवाड़ा में सबसे पहले एक कोरोना संक्रमित चिकित्सक के चलते 26 लोग कोरोना संक्रमित हुए थे जिसके कारण भीलवाड़ा में कर्फ़्यू लगाना पड़ा था। तत्कालीन ज़िला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने राजनीतिक दबाव में बिना जाँच पूरी किये ही अस्पताल को पुनः शुरू करने के आदेश दे दिए थे।