लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों के विरूद्ध की जा रही कार्रवाई को और तेज करने के निर्देश दिये है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने गुरूवार को यहां कहा कि मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मियों के विरूद्ध की जा रही कार्रवाई को और तेज करने के निर्देश दिये है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने वाले कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई को और अधिक गति प्रदान की गयी है। भ्रष्ट लोक सेवकों को पकड़ने के लिये नियमानुसार अधिकाधिक ट्रैप किये जाने का प्रयास हो रहा है।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष 31 अगस्त तक की अवधि में भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा रिश्वत लेते हुए 18 लोक सेवकों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया जा चुका है। इस अवधि में कुल 150 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध भ्रष्टाचार में लिप्तता के संबंध में कार्रवाई की गई है, जिसमें 33 कर्मी पुलिस विभाग एवं 117 कर्मी अन्य विभागों के हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक, भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने भ्रष्टाचार में लिप्त जिन 150 कर्मियों के विरूद्ध कार्रवाई की। इसमें 14 कर्मियों के विरूद्ध खुली जांच, 12 कर्मियों के खिलाफ अभियोग पंजीकरण, आठ के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई, 26 के विरूद्ध जांच/स्थानान्तरण करने एवं 90 के विरूद्ध आरोप पत्र प्रेषित किये जाने की संस्तुति की गई है। उन्होंने बताया कि भ्रष्टाचार के संबंध में संगठन द्वारा इस अवधि में 153 अभिसूचना/जांच/विवेचनाओं का भी निस्तारण किया गया है।