नई दिल्ली, अदाणी पावर लिमिटेड की सहायक कंपनी, अदाणी पावर मुंद्रा लिमिटेड ने आज बताया कि 4620 मेगावाट के मुंद्रा पावर थर्मल प्लांट में 660 मेगावाट की सुपरक्रिटिकल यूनिट (यू#7) ने 411 दिनों तक लगातार चलने वाला एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है।
इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले टीसीपीएल, नेल्लोर की एक यूनिट सुपरक्रिटिकल श्रेणी में 410 दिनों तक चली थी।
हमारे प्रेस में जाने तक, यूनिट चालू है और उत्पादन का एक नया रिकॉर्ड बना रही है।
660 मेगावाट की सुपरक्रिटिकल उत्पादन केन्द्र ने इस बाधारहित परिचालन के दौरान 5132 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया। इससे भी अधिक उल्लेखनीय यह है कि यह उपलब्धि 79.01% पीएलएफ और शून्य स्पेसिफिक ऑइल कंजम्पशन के साथ हासिल की गई। श्री अनिल सरदाना, मैनेजिंग डायरेक्टर, अदाणी पावर लिमिटेड ने कहा कि “वैश्विक महामारी के दौरान, बिना किसी रुकावट के थर्मल यूनिट का निरंतर परिचालन करना, टेक्नोलॉजी की जटिलता को समझते हुए उसे इस्तेमाल करने और इसमें शामिल परिचालन को बढ़ाने की हमारी टीम की क्षमता को दर्शाती है।”
यह एपीएल द्वारा स्थापित पहला रिकॉर्ड नहीं था। इससे पहले, मुंद्रा सबक्रिटिकल यूनिट ने भी रिकॉर्ड बनाया था। 2017 में, मुंद्रा पावर प्लांट, सब क्रिटिकल 330 मेगावाट यूनिट ने 684 दिनों तक लगातार चलने का ऐसा ही एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। मुंद्रा पावर प्लांट नौ यूनिट का परिचालन करता है। इनमें से पाँच यूनिट में से प्रत्येक यूनिट 660 मेगावाट की सुपरक्रिटिकल यूनिट है और शेष चार यूनिट में से प्रत्येक 330 मेगावाट की सब-क्रिटिकल यूनिट है, जो कुल मिलाकर 4,620 मेगावाट बिजली उत्पादन करती हैं।
अदाणी पावर के बारे में
अदाणी पॉवर (एपीएल), विविध क्षेत्रों में सक्रिय अदाणी ग्रुप का एक हिस्सा है, जो भारत का सबसे बड़ा निजी थर्मल पावर उत्पादक है। गुजरात के 40 मेगावाट सौर ऊर्जा प्लांट के अलावा, कंपनी के गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में छह बिजली प्लांट हैं जिनकी स्थापित थर्मल पावर क्षमता 12,410 मेगावाट की है। बिजली के हर क्षेत्र में विशेषज्ञों की एक विश्व स्तरीय टीम की मदद से, अदाणी पावर अपनी विकास की संभावनाओं को हासिल करने के लिए तैयार है। भारत को पावर-सरप्लस राष्ट्र में बदलने और सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण और सस्ती बिजली प्रदान करने के लिए, कंपनी टेक्नोलॉजी और इनोवेशन का उपयोग कर रही है।