वाराणसी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक व्यापारी नेता ने निजी अस्पतालों द्वारा कोरोना पीड़ित मरीजों से लूट और व्यापारियों का उत्पीड़न किये जाने की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की जिसका आडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने व्यापारी को गोपनीयता भंग करने के आरोप में नोटिस भेज कर जवाब तलब किया है।
दरअसल, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर अध्यक्ष राकेश जैन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच बातचीत का एक आडियो वायरल हुआ है जिसमें व्यापारी नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिला प्रशासन की शिकायत कर रहे है कि वाराणसी में कोविड-19 के इलाज में निजी अस्पताल सरकार द्वारा तय कीमतों के बावजूद मनमाने दाम वसूल रहे हैं। पीड़ितो को इलाज के पहले एक से डेढ लाख रूपये जमा करवाये जाते हैं।
उन्होने कहा कि सरकार ने कोरोना की गाइडलाइंस के मुताबिक सप्ताह में दो दिन पूर्ण बंदी और बाकी पांच रोज सुबह नौ से शाम नौ बजे तक दुकानो के खुलने का समय निर्धारित किया है लेकिन जिला प्रशासन आये दिन नियमों में फेरबदल कर देता है जिसका असर व्यापार पर पड़ रहा है।
व्यापारी नेता ने कहा कि जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा पोर्टल में दर्ज शिकायतों का जवाब नहीं देते है और फोन भी नहीं उठाते हैं। मुख्यमंत्री ने व्यापारी को आश्वस्त किया कि वह इस संबंध में जिलाधिकारी से बात करेंगे और उनकी समस्या का निराकरण किया जायेगा।
आडियो वायरल होने के बाद जिलाधिकारी ने श्री जैन को नोटिस भेजा है कि उन्होने बगैर अनुमति मुख्यमंत्री के साथ हुयी बातचीत को टेप किया और आडियो क्लिप तैयार कर वायरल कर दिया। ऐसा करके व्यापारी नेता ने संवैधानिक पद की प्रतिष्ठा को प्रभावित किया है।
श्री शर्मा ने व्यापारी नेता को स्पष्टीकरण के लिये तीन दिन का समय दिया है और चेतावनी दी है कि जवाब नहीं मिलने पर उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जा सकती है।