लखनऊ, यूपी की बीजेपी की योगी सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की मौत के बाद, प्रदेश में कई विधानसभा सीटें रिक्त हो गईं हैं।
यूपी मे वर्तमान में सात विधानसभा सीटें रिक्त हो गई हैं। इनमें से पांच सीटें बीजेपी और दो सीट समाजवादी पार्टी के कब्जे में थीं। रिक्त हुई सात विधानसभा सीटों में फिरोजाबाद जिले की टुण्डला, उन्नाव में बांगरमऊ, रामपुर में स्वार, बुलंदशहर जिले में बुलंदशहर सदर, जौनपुर में मल्हनी, कानपुर नगर में घाटमपुर और अमरोहा में नौगावां सादात सीट शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के कुल 403 सदस्यों में से सात के स्थान रिक्त होने से अब सदन का कुल संख्या बल घटकर 397 रह गया है। वर्तमान में बीजेपी 305, समाजवादी पार्टी की 48, बसपा 18, अपना दल (एस) 9, कांग्रेस सात, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के चार, राष्ट्रीय लोकदल-एक, निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल-एक, निदर्लीय-तीन व एक सदस्य नामित हैं।
यूपी देश का पहला ऐसा राज्य है जहां दो – दो कैबिनेट मंत्रियों की मौत कोरोना संक्रमण से हुई है। बीजेपी विधायक और कैबिनेट मंत्री चेतन चौहान आखिरकार कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए, जबकि इससे पहले योगी सरकार में दलित कैबिनेट मंत्री रहीं कमल रानी वरुण की भी कोरोना से मौत हो गई थी।
वैसे तो विधायकों के निधन के कारण यूपी की चार सीटें खाली हुईं हैं। अमरोहा जिले की नौगावां सीट बीजेपी के चेतन चौहान के निधन के कारण रिक्त हुई है। बीजेपी के विधायक वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन के चलते बुलंदशहर विधानसभा सीट रिक्त हो गई। वहीं, कानपुर की घाटमपुर विधानसभा सीट बीजेपी की विधायक रहीं कमल रानी वरुण के कोरोना से निधन हो जाने के चलते खाली हुई है। जबकि जौनपुर की मल्हनी विधानसभा सीट सपा के विधायक रहे परसनाथ यादव के निधन के खाली हुई है।
उन्नाव में नाबालिग से सामूहिक दुष्कर्म मामले में सजायाफ्ता बांगरमऊ से विधायक रहे कुलदीप सिंह सेंगर की विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई है। इसके चलते बांगरमऊ विधानसभा सीट खाली हो गई है। वहीं रामपुर से समाजवादी पार्टी सांसद आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम की विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है।
वहीं फिरोजाबाद जिले की टुण्डला विधानसभा सीट 2017 के चुनाव में भाजपा के एसपी सिंह बघेल के 2019 के लोकसभा चुनाव में सांसद बन जाने के बाद खाली हो गई है। उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दे दिया था।