अयोध्या , मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की जन्म स्थली अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण के लिये पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन को लेकर देश में आस्था का ज्वार हिलोरें मार रहा है वहीं सोमवार को रघुकुल की नगरी में तैयारियों की जायजा लेने आये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामभक्ति के अथाह समंदर में गोते लगाते नजर आये।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हेलीकाप्टर उतरने के स्थान साकेत डिग्री कालेज से लेकर कार्यक्रम स्थल श्रीरामजन्मभूमि तक के चप्पे चप्पे का श्री योगी ने बारीकी से निरीक्षण किया और हनुमानगढ़ी के साथ राम लला के दर्शन किये। बाद में एक के बाद एक कई ट्वीट कर उन्होने भगवान श्रीराम के प्रति हृदय में आस्था के ज्वार को दोहों और चौपाइयों में व्यक्त किया। उन्होने कहा दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का सपना साकार होने का समय आ गया है।
उन्होने लिखा “ भाद्रपद कृष्ण पक्ष द्वितीया, विक्रम संवत 2077, तद्नुसार 05 अगस्त 2020 को श्रीअयोध्या जी में आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कर-कमलों द्वारा श्री राम मंदिर का भूमिपूजन होगा।”
बंदउँ अवध पुरी अति पावनि।
सरजू सरि कलि कलुष नसावनि।।
धर्मनगरी श्रीअयोध्या जी में आज माँ सरयू का दर्शन-पूजन कर शाश्वत सनातन संस्कृति के उत्कर्ष हेतु आशीर्वाद मांगा।
सरयू नदी के दर्शन की फोटो पोस्ट करते हुये उन्होने लिखा “ पुण्यसलिला माँ सरयू सभी को अपनी कृपा से अभिसिंचित रखें।
सरयू मइया की जय।
जय राम सदा सुख धाम हरे।
रघुनायक सायक चाप धरे॥
भव बारन दारन सिंह प्रभो।
गुन सागर नागर नाथ बिभो॥
श्री योगी ने ट्वीट किया “ श्रीअयोध्या जी में श्रीरामलला विराजमान के दर्शन कर लोकमंगल के लिये प्रार्थना की।
प्रभु श्री राम के आशीर्वाद से सभी श्रद्धालुओं के दैहिक, दैविक और भौतिक तापों का अंत होगा। जय सिया राम।
संस्कृत में ट्वीट करते हुये मुख्यमंत्री ने लिखा “ संस्कृतं भारतस्य आत्मा। एषा भाषा न केवलं भारतीय-भाषाणां पोषिका अपितु अस्माकं संस्कृतेः सभ्यतायाः मार्ग-दर्शिका मानवीय-मूल्यानाम् आदर्शाणाम् सुसंस्काराणां संदर्शिका अथ च अपूर्वस्य ज्ञान-विज्ञानस्य संधानिका वर्तते। शुभस्य संस्कृत-दिवसस्य शुभाशया
जयतु संस्कृतं जयतु भारतम्!
उन्होने कहा “ अवधपुरी में श्री राम मंदिर की स्थापना हेतु दादागुरु ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ जी महाराज एवं पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज आजीवन समर्पित रहे। आज जबकि यह स्वप्न साकार हो रहा है तो हुतात्माद्वय को असीम संतोष की अनुभूति हो रही होगी।”
श्री योगी ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अधिकारियों को कोविड-19 प्रोटोकाल के सख्ती से पालन के निर्देश् दिये। उन्होने कहा कि कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जाये और इस काम में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिये।