नयी दिल्ली, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का संग्रह नवंबर 2019 में तीन महीने के बाद फिर से एक लाख करोड़ रुपये के पार 103492 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो नवंबर 2018 में संग्रहित राजस्व से करीब छह प्रतिशत अधिक है।
इस वर्ष जुलाई में 102083 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ था। इसके बाद अगस्त से लेकर अक्टूबर तक इसमें गिरावट का रूख बना रहा। अगस्त में 98202 करोड़ रुपये, सितंबर में 91916 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 95380 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह हुआ था। अब नवंबर में फिर से यह राशि एक लाख करोड़ रुपये काे पार कर गयी है। इस वर्ष अप्रैल, मई और जुलाई में यह राशि एक-एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रही थी। जून में यह लगभग एक लाख करोड़ रुपये रहा था।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि नवंबर में संग्रहित जीएसटी में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 19592 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी संग्रह 27144 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी संग्रह 49028 करोड़ रुपये और उपकर संग्रह 7727 करोड़ रुपये रहा। एकीकृत जीएसटी में 20948 करोड़ रुपये और उपकर में 869 करोड़ रुपये आयात से प्राप्त हुये हैं। अक्टूबर महीने के लिए 30 नवंबर तक 77.83 लाख जीएसटीआर-3बी फॉर्म भरे गये।
सरकार ने एकीकृत जीएसटी से 25150 करोड़ रुपये केंद्रीय जीएसटी और 17431 करोड़ रुपये राज्य जीएसटी के खाते में हस्तांतरित किया है। नियमित आवंटन के बाद नवंबर में केन्द्र सरकार का कुल जीएसटी राजस्व 44742 करोड़ रुपये और राज्यों की कुल राशि 44576 करोड़ रुपये रही है।