नई दिल्ली, केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने #MeToo पर बयान दिया है. उमा भारती ने कहा कि गंगा और यमुना की सफाई का मिशन पूरा होने के बाद देश-दुनिया की अन्य नदियां भी ‘मी टू’ का आह्वान करेंगी. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि नदी और महिलाओं के आगे बढ़ने में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए. ‘मी टू’ आंदोलन यौन उत्पीड़न और यौन हिंसा के खिलाफ एक अभियान है जो सोशल मीडिया पर फैला हुआ है.देश में विभिन्न क्षेत्रों की कई हस्तियों के नाम ऐसे मामलों में आने से तूफान मचा हुआ है.
उमा भारती ने कहा कि गंगा के लिए न्यूनतम प्रवाह, जिसे उसके रास्ते में विभिन्न स्थानों पर बनाये रखना है, पर एक सरकारी अधिसूचना का जिक्र करते हुए भारती ने कहा कि जब तक दुनिया के सबसे बड़े जलाशयों में से एक इस नदी की समस्याएं समझी नहीं जातीं, उसकी दुश्वारियों का निवारण नहीं हो सकता है. उन्होंने कहा, ‘‘ नदियों को बचाने के लिए देश में यह एक अहम परिघटना है. यह गंगा और यमुना से शुरू होगी और तब देश और विदेश की अन्य नदियां भी ‘मी टू’ का आह्वान देंगी यानी मेरे लिए भी आंदोलन शुरू करो.
उन्होंने कहा, ‘‘नितिन (गडकरी) जी ने यह कार्यक्रम शुरु किया है और सभी नदियां ‘मी टू’ कहने लगेंगी. हम भी ऐसी ही अधिसूचना चाहते हैं. नदी और महिलाओं के आगे बढ़ने में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए. यही संकल्प आज लिया जा रहा है.’’ इस कार्यक्रम में गडकरी भी मौजूद थे. विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर के ‘मी टू’ अभियान में घिर जाने के बारे में पूछे जाने पर गडकरी ने कोई जवाब नहीं दिया.