दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब, पटाखों से ज्यादा बिगड़ने का आसार

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नयी दिल्ली, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक सोमवार को भी “बहुत खराब” श्रेणी में बना हुआ है जो रविवार की तुलना में कुछ और अंक ऊपर पहुंच गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, आज औसत एक्यूआई 345 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। रविवार शाम को यह 300 के पार पहुंच गया था।
शहर की वायु गुणवत्ता के वर्तमान परिदृश्य के बीच, स्थिति को और खराब होने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और आसपास के क्षेत्र (सीएक्यूएम) में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान के चरण-II के अंतर्गत प्रदूषण विरोधी उपाय लागू किए जा रहे हैं।
भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ने आज अपने पूर्वानुमान में कहा, “पटाखों से बढ़े उत्सर्जन की स्थिति में 21.10.2025 से 22.10.2025 तक वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में रहने का अनुमान है। 23.10.2025 को वायु गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है।”
मौसम एजेंसी के अनुसार, अनुमान है कि मंगलवार को शहर का एक्यूआई और खराब हो सकता है। सीएक्यूएम ने कल प्रदूषण रोकथाम योजना के अंतर्गत चरण-I प्रतिबंधों के साथ-साथ जीआरएसी-II उपायों को भी लागू किया है। धूल को रोकने के लिए कई स्थानों पर धुंध स्प्रेयर और अन्य उपाय देखे गए ताकि धूल के कणों को नियंत्रित किया जा सके।
सीएक्यूएम स्थिति पर नजर रख रहा है और स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए तदनुसार कार्रवाई कर सकता है। इस बीच, जीआरएपी- II के अनुसार, शहर में निर्माण एवं विध्वंस गतिविधियों तथा कचरे एवं अन्य चीजों के निपटान के संबंध में कई प्रतिबंध लगाए गए हैं।
जीआरएपी के चरण II के अंतर्गत, सीएक्यूएम ने संबंधित एजेंसियों से कहा है कि वे ईवी, सीएनजी, बीएस-6 डीजल के अलावा एनसीआर राज्यों से आने वाली अंतर-राज्यीय बसों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति न दें, इसमें अखिल भारतीय परमिट वाली बसें और टेम्पो ट्रैवलर शामिल नहीं हैं।
समिति ने जनता से सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देने और भीड़भाड़ से बचने के लिए कम भीड़भाड़ वाले मार्गों का उपयोग करने का भी आग्रह किया है। आदेशों को लागू करने के लिए ज़िम्मेदार एजेंसियों को अनुपालन में सख्ती बरतने के लिए कहा गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जीआरएपी का कार्यान्वयन बिना किसी चूक के हो।

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