बगदाद, ईरान ने इराक में अमेरिकी वायु सैनिक अड्डों पर मिसाइल हमले किये जिनमें 80 अमेरिकी सैनिक मारे गये।स्थानीय मीडिया ने ईरानी सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बुधवार को बताया कि आइन अल असद वायु सैनिक अड्डे पर ईरान की सेना के मिसाइल हमले में कम से कम 80 अमेरिकी सैनिक मारे गये हैं।
उसने बताया कि अमेरिकी हेलिकॉप्टर और सैन्य उपकरणों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।इससे पहले ईरानी सेना प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी ने कहा था कि ईरान ने अपनी सैन्य क्षमता का बस एक ‘हिस्सा’ भर प्रदर्शित किया है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि अमेरिका ईरान का सामना करने के लिए कोई अन्य रुख अपनाये।गौरतलब है कि ईरान ने अमेरिका द्वारा उसकी सेना के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला लेने के लिए इराक में अमेरिका नीत सुरक्षा बलों पर बैलिस्टिक मिसाइल हमले किये।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इन हमलों की पुष्टि की है। पेंटागन ने एक बयान में कहा, “स्थानीय समयानुसार मंगलवार को 1730 बजे ईरान ने अमेरिकी सेना और गठबंधन सेना के खिलाफ कई बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले किये।यह स्पष्ट है कि ईरान ने इराक के अल-असद और इरबिल में अमेरिकी सैन्य और गठबंधन सेना के कम से कम दो सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया।”पेंटागन ने कहा कि वह क्षेत्र मे तैनात अपने जवानों, सहयोगियों और गठबंधन सेना की सुरक्षा के लिये सभी जरूरी कदम उठायेगा।
इससे पहले व्हाइट हाऊस ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इराक की स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ परामर्श कर रहे हैं।गत शुक्रवार को अमेरिका के ड्रोन रॉकेट हमले में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर कमांड के प्रमुख जनरल कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद से ही पूरे खाड़ी क्षेत्र में तनाव व्याप्त है। ईरान की ओर से अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले सुलेमानी की मौत का प्रतिशोध बताया जा रहा है। इराक में अमेरिका के पांच हजार से अधिक सैनिक तैनात हैं जिन्हें निशाना बनाकर ईरान ने यह हमला किया है।