लखनऊ , उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में 14 अगस्त को हमलावरों की गोलियों के शिकार दलित प्रधान सत्यमेव जयते के परिजनो से मिलने जा रहे कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने शांति भंग की आशंका से गिरफ्तार कर लिया।
पार्टी सूत्रों ने गुरूवार को बताया कि ग्राम प्रधान की 14 अगस्त को हुई हत्या पर पीड़ित परिजनों को सांत्वना एवं संवेदना व्यक्त करने के लिए अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय चेयरमैन एवं महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितिन राउत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया, पूर्व सांसद ब्रजलाल खाबरी, आरके चौधरी, अनुसूचित जाति विभाग के प्रभारी प्रदीप नरवाल एवं विभाग के प्रान्तीय चेयरमैन आलोक प्रसाद, पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी आजमगढ़ जा रहे थे, जिन्हें प्रदेश सरकार के इशारे पर स्थानीय पुलिस प्रशासन ने पीड़ित परिवार से मिलने के लिए नहीं जाने दिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होने बताया कि कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी की जानकारी होते ही लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ता राज्यपाल से मिलने के लिये जा रहे थे कि पुलिस ने रास्ते में रोक लिया और गिरफ्तार कर लिया गया, जिन्हें बाद में इको गार्डेन से रिहा किया गया। अनुसूचित जाति विभाग के मीडिया प्रभारी सुशील बाल्मीकि ने बताया कि गिरफ्तार होने वालों में प्रमुख रूप से तनुज पुनिया, रमेश कुमार शुक्ल, संत राम नीलांचल, वेद प्रकाश त्रिपाठी, मुकेश सिंह चौहान, मुरली मनोहर, केके आनन्द, पुष्पेन्द्र श्रीवास्तव आदि तमाम लोग शामिल रहे।