लखनऊ, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सरकार के कार्यकाल में गरीबों और अल्पसंख्यकों पर अन्याय हो रहा है। गोरक्षा की बडी बडी बात करने वाली भाजपा गायों की सुरक्षा की अनदेखी कर रही है।
अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते उत्तर प्रदेश की जनता का अमन चैन छिन गया है।राज्य के हालात चिंतनीय हैं। अपराधिक धाराओं में फर्जी फंसाकर अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न किया जा रहा है जबकि महिलाओं और छात्राओं के साथ रोजाना दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है।
निर्दोष मारे जा रहे हैं।
नौजवान बेकारी से जूझ रहा है।
गरीब की कहीं सुनवाई नहीं है।
राज्यभर में जीवन अस्त-व्यस्त और भयग्रस्त है।
लोकसभा चुनावों के बाद तो जिलों में सत्ता का घोर दुरूपयोग होने लगा है।
किसानों, गरीबों, नौजवानों और अल्पसंख्यकों पर अन्याय हो रहा है।
उन्हें अपमानित किया जा रहा है।
थानों में पीड़ित की सुनवाई होती नहीं उल्टे उसका ही उत्पीड़न किया जाता है।
भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा है।
सरकार की घोषणाएं सिर्फ मन बहलाने के लिए होती हैं।
भाजपा राज में जनता अपने को असहाय पा रही है।
उन्होने कहा कि भूख के कारण गरीबों और गायों की जिंदगी खतरे में है।
कोटेदारों की मनमानी के कारण गरीब परिवारों को राशन मिलने में कठिनाई होती है।
बहुतों के तो राशनकार्ड तक नहीं बन पाए है।
अस्पतालों में गरीब तीमारदारों को निवास, भोजन की भारी असुविधा रहती है, उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। श्री यादव ने कहा कि गौमाता की भाजपा बात तो जोरशोर से करती है लेकिन भाजपा की सरकार में गौशालाओं में सैकड़ों गाएं भूख और बीमारी से मर चुकी है।
हाल में प्रयागराज में 35 से ज्यादा गायों की मौत हुई।
अयोध्या में 30 गायों की मौतें हुई।
खुद राजधानी भी इससे अछूती नहीं है।
रायबरेली में 24 सुल्तानपुर में दर्जनभर से ज्यादा गायों की मौतें हुई।
जिलों में खुले में घूम रही गायें पालीथिन और कूड़ाकचरा खाकर मौत के मुंह में जा रही है।
भाजपा सरकार की यह संवेदनहीनता निंदनीय है।
गायों और गरीबों की मौत की जिम्मेदारी सरकार पर है।