लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी पार्टी के लोगों से आह्वान किया कि जब तक काउंटिंग न हो जाए तब तक नजर रखें। वोट बचाएं। ये लोकतंत्र के लिए खतरे का समय है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई गंभीर आरोप लगाए तो उन्होंने इसे लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई बताते हुए क्रांति से बदलाव की बात कही है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सतर्क रहने और वोट बचाने के लिए निगरानी करने की अपील की है। उन्होंने यूपी चुनाव को लोकतंत्र की आखिरी लड़ाई बताते हुए कहा कि ये सरकार अब वोट की चोरी पर उतर आई है। अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव डीएम को फोन कर रहे हैं कि जहां बीजेपी हार रही है वहां काउंटिंग स्लो करें और रात तक लेकर जाएं।
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि क्या वजह है कि बिना सिक्योरिटी के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) ले जाई जा रही हैं। वाराणसी में तीन ट्रक EVM लेकर जा रहे थे। एक ट्रक पकड़ा गया और दो भाग गए। डीएम कह रहे हैं कि ट्रेनिंग के लिए ले जा रहे थे। क्या मैं नहीं जानता कि डीएम कौन है। मुजफ्फरनगर में पहली पोस्टिंग मैंने दी थी। अखिलेश यादव अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान तल्ख अंदाज में नजर आए और वाराणसी के डीएम को खासतौर से निशाने पर रखा।
उन्होंने आरोप लगाया कि बरेली में भी SDM और अधिकारियों की गाड़ी में EVM और बैलट पेपर पकड़े गए। सोनभद्र में भी बैलट पेपर मिले हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि Exit polls इसीलिए हैं कि परसेप्शन बना दें कि बीजेपी जीत रही है जिससे हम वोट की चोरी भी करें तो वो छिप जाए। उन्होने बताया कि 47 सीटों पर बीजेपी कम अंतर से जीती थी । वहीं 47 सीटें ऐसी हैं जहां बीजेपी कभी नहीं जीती है।
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सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के साथ लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ”यह लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है। इसके बाद तो जिस तरह आजादी के लिए लड़ाई लड़ी गई थी, उसी तरह आपको और हमें क्रांति करनी पड़ेगी। मैं तो अपने नौजवानों से अपील करूंगा कि जहां किसान इतने साल बैठे रहे तब सरकार झुकी, कम से कम तीन दिन लोकतंत्र के प्रहरी बनकर ईवीएम बचाएं।” उन्होंने दावा किया कि जमीन पर चुनाव बीजेपी के खिलाफ है। जनता बीजेपी से नाराज है। अखिलेश यादव ने EVM की सुरक्षा पर सवाल उठाए और सूबे के हर विधानसभा क्षेत्र में सपा कार्यकर्ताओं से चौकन्ना रहने की अपील की।
अखिलेश यादव ने ट्वीट भी किये , जिसमें उन्होने कहा कि, ”आज से,अभी से हर युवा, हर मतदाता अगले 3 दिन तक मत की रक्षा के लिए मतगणना केंद्र की किलेबंदी कर दे और ढोल-मंजीरा लेकर आजादी के अफसाने गाए। किसानों की तरह उनके लिए भी लोकतंत्र के लंगर लगेंगे और दुनिया देखेगी लोकतंत्र को कैसे बचाया जाता है। राजनीति बाहुबल के आगे जनबल झुकेगा नहीं।”
इसके पहले सपा की ओर से प्रदेश के हर जिले के पदाधिकारियों, विधायकों और विधान परिषद सदस्यों, पूर्व और वर्तमान सांसदों को पत्र लिखकर एग्जिट पोल को बीजेपी की ओर से भ्रम फैलाने की कोशिश बताया गया है। सपा की ओर से कहा गया है कि बंगाल चुनाव के समय भी बीजेपी के पक्ष में ऐसा किया गया था। सोशल मीडिया पर एक्टिव होकर कार्यकर्ताओं को सतर्क करते रहने की सलाह देते हुए कहा गया है कि सभी प्रत्याशियों के अभिकर्ता ईवीएम की गिनती से पहले पोस्टल बैलट की गिनती कराने का दबाव बनाएं। सपा के पत्र में कहा गया है कि बीजेपी की रणनीति पोस्टल बैलट प्रभावित करके कम से कम एक अतिरिक्त सीट हर जिले में कम अंतर से हासिल करने की है। जीत का प्रमाण पत्र मिलने तक पूरी मुस्तैदी से मतगणना केंद्र पर डटे रहें।
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एक अन्य ट्वीट में अखिलेश यादव ने कहा, ”वाराणसी में EVM पकड़े जाने का समाचार उप्र की हर विधानसभा को चौकन्ना रहने का संदेश दे रहा है। मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें। युवा लोकतंत्र व भविष्य की रक्षा के लिए मतगणना में सिपाही बने!”