लखनऊ, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा पलटवार किया है। उन्होने प्रधानमंत्री मोदी को चेतावनी देते हुये उनके परिवारवाद की पोल खोल कर रख दी हैं। ये बात उन्होने एक निजी टीवी चैनल को दिये गये इंटरव्यू में कही।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इन चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के परिवारवाद के आरोपों को लेकर निशाना साधा और कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के परिवार के बारे में हम बात नही कर रहे तो इसका ये मतलब नही कि वह परिवारवादी नहीं हैं।
अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि सत्ताधारी बीजेपी ने हमेशा अपनी पार्टी में हो रहे परिवारवाद की अनदेखी की है। उन्होने कहा, “मैंने बलिया में उनके द्वारा दिया गया भाषण सुना। उन्होंने अपने भाषण में परिवार और भाई-भतीजावाद के बारे में 15 बार बात की और पूरे दिन में, उन्होंने भाई-भतीजावाद के बारे में कम से कम 25 बार बात की होगी। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि सिर्फ इसलिए कि अगर प्रधानमंत्री मोदी के परिवार के बारे में हम बात नही कर रहे तो इसका ये मतलब नही कि वह परिवारवादी नहीं हैं।
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर सवाल उठाते हुये कहा , “आज क्रिकेट की दुनिया में उनके दो नंबर के नेता के बेटे ने कैसे प्रवेश किया है? दरअसल ये बात उन्होने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह के भारतीय क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के सचिव बनने पर कही।
वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, अगर उनके मामा [गोरखपुर] मठ में नहीं होते, तो शायद हमारे मुख्यमंत्री भी मठ में नहीं होते।” दरअसल महंत अवैद्यनाथ ( जन्म नाम कृपाल सिंह बिष्ट) गोरखनाथ मन्दिर के भूतपूर्व पीठाधीश्वर तथा गोरखपुर से सांसद थे।
अखिलेश यादव नेआगे कहा, “जब प्रधानमंत्री बलिया में परिवारों और भाई-भतीजावाद पर अपना भाषण दे रहे थे, तो क्या उन्होंने यहां के पूर्व सांसद को अपने बगल में खड़ा नहीं देखा? क्या वह ज्योतिरादित्य सिंधिया को भूलने जा रहे हैं? उनकी दो बुआ भाजपा में हैं। खुद किसके बेटे हैं? कर्नाटक के जो मुख्यमंत्री हैं, वो किनके बेटे हैं? अगर इनके पास परिवार नहीं है तो हम क्या कर सकते हैं.”
10 मार्च को परिणाम घोषित होने पर विजयी होने का विश्वास व्यक्त करते हुए, अखिलेश यादव ने कहा, “इस बार अधिक उत्साह और ऊर्जा है. यह पहला चुनाव है जहां मैं लोगों को अपनी मर्जी से आते देख रहा हूं। हम बदलाव चाहते हैं, लेकिन हमसे अधिक ये लोग बदलाव चाहते हैं।”
बीजेपी के अपराध पर नरमी बरतने के दूसरे प्रमुख आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कहा, “यदि आप एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के आंकड़ों को देखें तो सबसे अधिक असुरक्षित महिलाएं कहीं है तो वो यूपी में हैं, सबसे ज्यादा फर्जी एनकाउंट हुए तो वो यूपी में हैं। अगर आईपीएस कहीं फरार है तो वो यूपी में है। एक व्यापारी गोरखपुर में मुख्यमंत्री जी के निर्वाचन क्षेत्र में आता है, जबरन वसूली के लिए उसे मार दिया जाता है। हिरासत में मौतें सबसे ज्यादा हैं. ये कौन से लॉ एंड ऑर्डर की बात कर रहे हैं?”
उन्होंने कहा, “जिस दिन प्रधानमंत्री ये कह रहे थे कि यूपी में पहले अपराधी लोगों को उठा (अपहरण) ले जाते थे, उसी दिन आगरा में एक बच्चे का अपहरण हुआ और व्यापारी पिता फिरौती के 25 लाख रुपये नहीं दे पाया, दो दिन बाद उसके बच्चे की हत्या हो गई।”