लखनऊ , समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2022 में उनकी पार्टी की सरकार के सत्ता में आने पर राम की नगरी अयोध्या को हैरीटेज सिटी का दर्जा दिया जायेगा और यहां रहने वालों लोगों के सारे टैक्स माफ कर दिये जायेंगे।
श्री यादव ने शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अयोध्या से आए साधु संतो, मौलाना, उलेमाओं, आचार्यों तथा सिख समाज के लोगों ने सन् 2022 के विधानसभा चुनावों में विजयी होने और मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि धर्मप्रमुखों का एक साथ आना शुरूआत है कि प्रदेश में समाजवादी पार्टी की जीत होगी। समाजवादी सरकार बनने पर अयोध्या में 365 दिन दीपावली होगी और रामभक्तों तथा धार्मिक स्थलों को टैक्स से मुक्ति मिलेगी। अयोध्या को हेरिटेज सिटी का दर्जा मिलेगा।
उन्होने कहा कि देश के लोगों के लिये बीता साल तकलीफ भरा रहा। वैश्विक महामारी के अलावा भाजपा ने राजनीति में भी मुश्किले खड़ी की। उम्मीद है आने वाला समय अच्छा होगा। देश प्रदेश में गंगा-जमुनी तहजीब की परम्परा बहुत पुरानी है। यहां अनेकता में एकता दिखती है। हम वसुधैव कुटुम्बकम में विश्वास करते हैं। यहां विविध पूजा पद्धतियों वाले धर्म हैं। इसके बावजूद दिलों को बांधने वाले धार्मिक स्थल हैं। हमारा संकल्प देश को खुशहाली के रास्ते पर ले जाने का है। भाजपा ने तो कुछ किया नहीं समाजवादी पार्टी के कार्यों को ही अपना बताती है।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। अयोध्या के एयरपोर्ट में अधिग्रहित जमीन का किसानों को पूरा मुआवजा नहीं मिला जबकि समाजवादी सरकार ने छह गुना रेट दिया था। किसान की आय दुगनी करनी है तो एमएसपी को अनिवार्य बनाया जाए। भाजपा सरकार ने किसानों के लिए बनने वाली मंडियों पर रोक लगा दी। उन्हें बर्बाद कर दिया। महिलाओं-बेटियों के साथ दुष्कर्म हो या फर्जी एनकाउण्टर भाजपा राज में इनमें वृद्धि हुई है। झूठे मुकदमें लगाए जा रहे हैं। कोविड-19 का इस्तेमाल विपक्ष को दबाने के लिए होता है। भाजपा के लिए खुली छूट है। गरीब की आवाज दबाई जा रही है। भाजपा झूठे आंकड़े से अपनी वाहवाही कराती है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार झूठ पर टिकी है। जितने वादे किए सब झूठे निकले। मुख्यमंत्री रोजगार के झूठे आंकड़े दे रहे हैं। कहां किसको रोजगार मिला यह बताते नहीं। बाहर से निवेश आया नहीं, उद्योग लगे नहीं। किसान को खाद, बीज मंहगे मिल रहे है। डीजल-बिजली के दाम बढ़े हुए है। दुगनी आय हुई नहीं। किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य मिला नहीं। किसान आंदोलन कर रहे है। उनको आतंकवादी बताया जा रहा है। किसान अन्नदाता है उसको अपमानित किया जा रहा है।