कानपुर, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरूवार को कहा कि गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के व्यापारी की हत्या के लिये पुलिस के साथ साथ योगी सरकार भी बराबर की जिम्मेदार हैं।
श्री यादव ने गोरखपुर के एक हाेटल में पुलिस की कथित पिटाई से मारे गये कानपुर निवासी प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता के परिजनों से मुलाकात की और उन्हे सांत्वना प्रदान करते हुये न्याय की लड़ाई में साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया। उन्होने प्रदेश सरकार से पीड़ित परिवार को दो करोड़ रूपये की आर्थिक मदद और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की। साथ ही पूरे मामले की जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से कराने की मांग की। उन्होने सपा की ओर से पीड़ित परिवार को 20 लाख रूपये देने की घोषणा की।
उन्होने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा सरकार से आम आदमी न्याय की उम्मीद नहीं कर सकता। जब राज्य के मुख्यमंत्री ठोको नीति पर जोर देते है और डीएम एसएसपी से चुनाव को प्रभावित करने और अन्य अनर्गल काम करवाते है तो उस सरकार से क्या उम्मीद की जा सकती है। कानपुर में संजित हत्याकांड में भी पुलिस की भूमिका उजागर हो चुकी है। झांसी में भी एक बेगुनाह को पुलिस ने मार दिया था। बुलडोजर चलाने और एनकांउटर पर विश्वास करने वाली सरकार बताये कि क्या वह प्रापर्टी डीलर की हत्या में शामिल लोगों का एनकाउंटर करेगी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में पुलिस सुरक्षा देने के बजाय बेगुनाहो की जान ले रही है। उत्तर प्रदेश में पुलिस का ऐसा व्यवहार किसी की सरकार में देखने को नहीं मिला। सरकार की पहले दिन से कानून व्यवस्था पर नियत साफ नहीं रही है। बाबा मुख्यमंत्री होने के बावजूद ऐसी घटनाएं लगातार हो रही है।
श्री यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ भाजपा सरकार में हो रही है और सबसे ज्यादा नोटिस एनएचआरसी ने भाजपा की मौजूदा सरकार को दिए हैं। भाजपा की सरकार में पुलिस लगातार लूट और हत्या की वारदातों में शामिल है। यह तभी संभव है जब सरकार की नियत साफ ना हो।
उन्होने कहा कि झांसी में ही ऐसी घटना हुई थी जिसमें पुष्पेंद्र यादव नामक युवक की पुलिस ने जान ले ली थी। सरकार में अगर उस मामले मे त्वरित कार्रवाई हुई होती तो कानपुर के प्रापर्टी डीलर को आज अपनी जान नहीं गंवाना पड़ता। उन्होने कहा कि जिस होटल में व्यापारी के साथ जघन्य वारदात को अंजाम दिया गया, वहां पीड़ित परिवार के पहुंचने से पहले पूरे के पूरे सबूत मिटा दिए गए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में हो और जो दोषी पुलिसकर्मी या संबंधित लोग हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिले। उन्होने पीड़ित परिवार की सुरक्षा की मांग करते हुये कहा कि जिन्होने इस घटना को अंजाम दिया है, वह मामूली आदमी नहीं है।
उन्होने कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी तरह से परिवार के साथ हैं और उम्मीद है कि जिस दिन यह केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएगा, उस दिन पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा और उदाहरण बनेगा कि इस तरीके की घटना की पुनरावृत्ति ना हो।