लखनऊ, संजित यादव अपहरण हत्या केस में परिजनों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की। अखिलेश यादव ने मुलाकात के बाद ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है।
दिवंगत संजीत के परिवार ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से लखनऊ में मुलाकात की। परिजनों ने अखिलेश यादव से को पूरे मामले से अवगत कराते हुए आपबीती सुनाई। इस दौरान समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी और प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल भी मौजूद रहे। कानपुर से आए संजीत यादव के परिजनों को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आर्थिक मदद भी की।
कानपुर से आए संजीत यादव के परिजनों को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो लाख की आर्थिक मदद की। संजीत के परिजनों को सपा की तरफ से पहले भी पांच लाख की मदद दी गई थी।
संजीत का परिवार कल समाजवादी पार्टी नेता सम्राट विकास यादव के साथ सपा अध्यक्ष से मुलाकात करने के लिए निकला था। पुलिस ने रामादेवी पुल पर संजीत के परिवार को रोक लिया था और लखनऊ नहीं जाने दिया था। पुलिस ने मुलाकात के लिए लेटर दिखाने की बात कही थी और समझा-बुझाकर परिवार को घर भेज दिया।
इसके बाद, एसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निजी सचिव ने बीते 27 अगस्त को आईजी रेंज, एसएसपी और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर परिवार को पुलिस सुरक्षा में भेजकर मिलवाने का निवेदन किया था।
उल्लेखनीय है कि लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का 22 जून को अपहरण हुआ था। 29 जून को उसके परिवारवालों के पास फिरौती के लिए फोन आया। 30 लाख रुपये फिरौती मांगी गई थी। परिवारवालों ने पुलिस की मौजूदगी में 30 लाख की फिरौती दी थी। लेकिन न तो पुलिस अपहरणकर्ताओं को पकड़ पाई, न संजीत यादव को बरामद कर सकी। 21 जुलाई को जब पुलिस ने सर्विलांस की मदद से संजीत के दो दोस्तों को पकड़ा तो पता चला कि उन लोगों ने संजीत की 26 जून को हत्या कर दी थी।
मुलाकात के बाद अखिलेश यादव ने फोटो शेयर करते हुये ये ट्वीट किया-
वाराणसी के दोहरे हत्याकांड से आज उप्र दहशत में है. हाल में बलिया में PCS अधिकारी की आत्महत्या व पत्रकार की भी हत्या हुई. आज कानपुर के ‘संजीत हत्याकांड’ के संदर्भ में परिजनों से मिलना हुआ. स्व. संजीत व स्व. रतन सिंह के परिजनों के लिए हम सरकार से इंसाफ़ व मदद की माँग करते हैं.