लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने बचपन की यादें ताजा कीं। वे मशहूर ‘घोड़ा चाय’ पीने बुधवार की शाम को स्वयं दुकान पर पहुंच गये।
अखिलेश यादव बुधवार की शाम को इटावा शहर में अचानक रेलवे स्टेशन पर स्थित घोड़ा चाय की दुकान पर पहुंच गए। अखिलेश ने अपने बचपन की यादें ताजा करते हुये कहा कि चाचा राजपाल उन्हें यहां लेकर आते थे। उन्होने बताया कि वे जब सेंट मेरी इंटर कॉलेज में पढ़ा करते थे, तो यहां की आइसक्रीम व चाट खाने अक्सर आया करते थे। बहुत दिनों बाद आज फिर मन हुआ तो घोड़ा चाय पीने चले आए।
सबसे पहले अखिलेश यादव ने घोड़ा चाय के मालिक अनिल गुप्ता से इस खास चाय के बारे में जानकारी प्राप्त की। जब घोड़ा चाय आई तो अखिलेश यादव को चाय का स्वाद कुछ कम मीठा लगा। उन्होने तुरंत सवाल किया कि चाय में इतनी चीनी कम क्यों है, क्या डायबिटीज से पीड़ित यहां ज्यादा आते हैं। मालिक अनिल गुप्ता ने उनकी शंका का समाधान करते हुये कहा कि बात डायबिटीज की नहीं है बल्कि घोड़ा चाय में चीनी कम ही रहती है।
उनके आने की खबर मिलते ही कार्यकर्ता बड़ी संख्या में रेलवे स्टेशन पहुंच गए। अखिलेश यादव ने सभी का अभिवादन किया। उनके साथ पूर्व सांसद तेज प्रताप सिंह यादव भी थे। अखिलेश यादव ने सभी लोगों को चाय दी और जाते समय उसका स्वयं भुगतान भी किया। वे इटावा रेलवे स्टेशन के गेट तक पैदल गए फिर कार में बैठकर चले गए।
कुछ समय बाद, अखिलेश यादव सोशल मीडिया पर अपने दिल की बात शेयर करते हुये लिखतें हैं-