कानपुर, कानपुर के दौरे के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संजीत यादव के घर जाकर बड़ा संदेश दिया है। उन्होने एक तीर से कई शिकार किये हैं।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संजीत यादव के घर जाकर जहां योगी सरकार की कमजोर नस दबाई है, वहीं छिटक रहे अपने वोट बैंक को सहेजने के लिये एक बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। उन्होने जहां कानून व्यवस्था के नाम पर योगी सरकार को घेरा है, वहीं योगी सरकार मे दुखी हर पीड़ित शोषित को ये संदेश भी दिया है कि उनकी सरकार आने पर उनके साथ पूरा न्याय होगा।
कानपुर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर निशाना साधा। उन्होंने कानपुर के संजीत यादव हत्याकांड का उदाहरण दिया। कहा कि इतनी बड़ी घटना हुई, न लाश मिली, न खुलासा हुआ। परिवार अभी तक संतुष्ट नहीं है।
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी सरकार आने पर कानपुर के बहुचर्चित संजीत यादव हत्याकांड की जांच सीबीआई से करायी जायेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने संजीत के घर जाकर परिजनों से मुलाकात की और न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया । उन्होने कहा कि प्रदेश में सपा सरकार आते ही जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर के थाना बर्रा के अंतर्गत रहने वाले चमन लाल यादव का बेटा संजीत यादव पैथालॉजी कर्मी था और उसका 22 जून को अपहरण हो गया था। परिजन लगातार पुलिस से गुहार लगाते रहे पर पुलिस बराबर लापरवाही करती रही। इसबीच पुलिस पर फिरौती के रूप में 30 लाख रूपये दिलवाने का भी परिजनों ने आरोप लगाया। पुलिस ने 23 जुलाई को घटना का खुलासा कर पांच हत्यारोपियों को जेल भेज दिया। मामला मीडिया में जब तूल पकड़ा और पुलिस की लापरवाही उजागर हुई तो शासन ने एसपी दक्षिण, सीओ सहित कई पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया। इसके बाद भी परिजन पुलिस के खुलासे पर बराबर सवाल उठाते रहे और शव की मांग करते रहे।
परिजनों ने सीबीआई जांच की भी मांग की पर कोई सुनवाई नहीं हो सकी थी। लेकिन अखिलेश यादव बराबर परिजनों से संपर्क में रहे और उन्हे न्याय दिलाने का भरोसा दिलाते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री ने परिजनों को आर्थिक मदद भी की थी और पीड़ित परिवार के बराबर संपर्क में थे।