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अखिलेश यादव का प्रधानमंत्री मोदी पर सबसे बड़ा हमला, कहा बीजेपी माँगे माफ़ी

लखनऊ,  समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर बड़ा हमला करते हुये बीजेपी से माफी मांगने के लिये कहा है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आंदोलन करने वालों को आंदोलनजीवी, परजीवी कहे जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि आंदोलनों से स्वतंत्रता पाने वाले देश में आंदोलनरत किसानों-नागरिकों को ‘आंदोलनजीवी’ जैसे आपत्तिजनक शब्द से संबोधित करना हमारे देश के क्रांतिकारियों एवं शहीदों का अपमान है। आज़ादी के आंदोलन में दोलन करने वाले आंदोलन का अर्थ क्या जाने। भाजपा शहीद स्मारक पर जाकर माफ़ी माँगे!

दरअसल, संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद प्रधानमंत्री ने अपना भाषण दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि इस देश में एक नई जमात का जन्म हुआ है, जिसका नाम है ‘आंदोलनजीवी’। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये लोग खुद आंदोलन नहीं चला सकते हैं, लेकिन किसी का आंदोलन चल रहा हो तो वहां पहुंच जाते हैं। ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं, जो हर जगह मिलते हैं।”

इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा कि  प्रधानमंत्री जी अपनी वैश्विक छवि के प्रति बहुत सचेत रहते हैं किन्तु किसानों के मामले में उन्हें देश की वैश्विक छवि खराब होने की भी चिंता नहीं है। अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए वे कृषि कानूनों के मुद्दे को लगातार लम्बा खींचना चाहेंगे ताकि किसान पस्त हों, पर ऐसा होने वाला नहीं है।

अखिलेश यादव ने कहा कि जनहित के बुनियादी मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने और उन्हें गुमराह करने में भाजपा को विशेषज्ञता प्राप्त है। देशभर में किसान आंदोलित और आक्रोशित हैं। वे लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी दो ही मांगे हैं, एक एमएसपी की अनिवार्यता हो और दूसरी तीनों काले कृषि कानून वापस लिए जाए। तीन महीने से भाजपा सरकार इस पर टालमटोल कर रही है। सबसे दुःखद बात यह है कि भाजपा सरकार किसानों के इस आंदोलन को आतंकवादी, खालिस्तानी विशेषणों से नवाज रही है जिससे किसान क्षुब्ध हैं। उनके आंदोलन पर अब देश से बाहर भी टिप्पणियां हो रही हैं। दुनिया के लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि भारत में लोकतंत्र के रहते किसानों की यह उपेक्षा क्यों हो रही है?