नई दिल्ली, योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद की ‘दिव्य कोरोनिल टैबलेट’ से उत्पन्न विवाद को लेकर, अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा खुलकर योग गुरू बाबा रामदेव के साथ आ गई है।
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा के यूपी के प्रदेश अध्यक्ष जगदेव सिंह यादव ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह बाबा रामदेव के नेक कामों मे अड़ंगा लगाकर अपना यादव विरोधी और पिछड़ा वर्ग विरोधी चरित्र बेनकाब कर रही हैं। उन्होने कहा कि मोदी सरकार इसको तत्काल बंद करते हुये , बाबा रामदेव की कोरोनिल को जल्द बाजार मे उपलब्ध करवाने का प्रयास करें जिससे आम आदमी को कोरोना वायरस से बचाव मे मदद मिल सके।
जगदेव सिंह यादव ने बताया कि योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए ‘दिव्य कोरोनिल टैबलेट’ पेश की है। जिसको लेकर सरकार ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस दवा पर आयुष मंत्रालय ने रोक लगा दी है।
उन्होने कहा कि जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के संकट से जूझ रही हैऔर अब तक इसके इलाज की कोई दवा या वैक्सीन भी नही है ऐसी स्थिति मे बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए ‘दिव्य कोरोनिल टैबलेट’ पेश की है। जो देश के लिये बड़ी बात है। साथ ही यही सही समय है जब भारत सरकार बाबा रामदेव के साथ मिलकर आयुर्वेद को योग की तर्ज पर दुनिया में स्थापित कर सकते हैं।
यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लेकिन बीजेपी सरकार ने योग के प्रचार का श्रेय भी बाबा रामदेव को नही दिया, बल्कि नरेंद्र मोदी ने स्वयं उसका क्रेडिट ले लिया और योग दिवस को इस तरह से प्रचारित किया कि जैसे दुनिया भर मे योग को उन्होने ही फैलाया है। अब जब कोरोना महामारी के संकट के समय बाबा रामदेव ने कोरोनिल दवा बनाकर बड़ा काम किया है, तो सरकार नही चाहती की बाबा रामदेव को इसका लाभ मिले। इसलिये सरकार इसमे अड़ंगे लगा रही है।
जगदेव सिंह यादव ने कहा कि आयुष मंत्रालय, विज्ञापन मे काढ़ा, गिलोय, गर्म पानी, हल्दी, च्यवनप्राश आदि के लाभ का ज्ञान देकर लोगों को जागरूक करता है, लेकिन शोध, रिसर्च करके उन्हीं घटकों में से अगर असरदार कोरोनिल दवा क्लिनिकल ट्रायल से तैयार हुई है तो उसको रोकने के सारे उपाय कर रही है।
यादव महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 26 जून को पीएमओ के ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया गया- “इसकी एक दवाई हमें पता है। ये दवाई है दो गज की दूरी। ये दवाई है- मुंह ढकना, फेसकवर या गमछे का इस्तेमाल करना। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं बनती, हम इसी दवा से इसे रोक पाएंगे: PM” । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये बयान आग मे घी के समान है। । प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब बाबा रामदेव की पतंजलि की ओर से कोरोना के इलाज का दावा करते हुए ‘कोरोनिल’ नाम का ‘कोराना-किट’ पेश किया गया है और सरकार ने उनके इस दावे पर सवाल खड़ा कर दिया है।
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने कहा कि यादव समाज सरकार के इस कृत्य से आक्रोशित है और उसके मन मे ये बात बैठ रही है कि बाबा रामदेव चूंकि यादव समाज से हैं इसलिये बीजेपी उनके पुण्य काम मे अड़ंगे लगा रही है। यादव समाज ये समझने लगा है कि बीजेपी सरकार यादव समाज के खिलाफ है। वह यादवों को यूज तो करती है लेकिन उन्हे आगे बढ़ने नही देती है।