लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 संक्रमण के आपदा काल में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि संसाधनों के सर्वाधिक उपयोग के मद्देनजर ‘108’, ‘102’, एएलएस, निजी नर्सिंग होम की एम्बुलेंस समेत सभी तरह की एम्बुलेंसों की सेवा ली जाय।
श्री योगी ने शुक्रवार को यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि संसाधनों के सर्वाधिक उपयोग के मद्देनजर ‘108’, ‘102’, एएलएस, निजी नर्सिंग होम की एम्बुलेंस समेत सभी तरह की एम्बुलेंस की सेवा प्राप्त की जाए। एम्बुलेंस के कार्मिकों के लिए अनिवार्य रूप से सेनिटाइजर, पीपीई किट, एन-95 मास्क तथा ग्लव्स आदि की व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित भी किया जाए कि एम्बुलेंस सेवा का रिस्पाॅन्स टाइम दस मिनट से अधिक न हो।
उन्होंने कहा कि टेस्टिंग क्षमता में सतत वृद्धि की जाय। प्रत्येक जिले में एक टेस्टिंग लैब की स्थापना का कार्य तेजी से पूरा किया जाए। जून महीने के अन्त तक सभी मेडिकल काॅलेज तथा मण्डलीय चिकित्सालयों में लेवल-2 स्तर की टेस्टिंग लैब स्थापित की जाए। उन्होंने कहा कि एल-1 तथा एल-2 कोविड अस्पतालों में आवश्यकतानुसार आयुष चिकित्सकों की सेवाएं भी प्राप्त की जाएं।
श्री योगी ने कहा कि कोविड तथा नाॅन कोविड अस्पतालों में सभी उपकरण दुरुस्त रहने चाहिए। एल-1 कोविड चिकित्सालयोें में कुल बेड के सापेक्ष कम से कम दस प्रतिशत बेड ऑक्सीजन सुविधा युक्त होने चाहिए। इसी प्रकार एल-2 चिकित्सालयों में ऑक्सीजन की सुविधा वाले बेड के अलावा वेंटीलेटर युक्त कुछ बेड उपलब्ध रहने चाहिए।
उन्होंने सभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में स्ट्रेचर तथा व्हील चेयर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि समस्त चिकित्सालयों के होल्डिंग एरिया में वृद्धि की जाए। इसके अलावा, अस्पतालों में मरीजों के रजिस्ट्रेशन काउंटर की संख्या भी बढ़ाई जाए।