नयी दिल्ली, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार की जिम्मेदारी लेते हुए आज स्वीकार किया कि उनका आकलन गलत साबित हुआ और पार्टी के युवा नेताओं को आक्रामक बयान नहीं देने चाहिए थे।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम नागरिकता संशोधन विधेयक ;सीएएद्ध और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर ;एनआरसीद्ध का जनादेश नहीं है।
श्री शाह ने यहां एक टेलीविजन चैनल द्वारा आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में कहाए श्मैं दिल्ली में हार स्वीकार करता हूं। मेरा आकलन गलत हो गया। हम चुनाव सिर्फ जीत या हार के लिए नहीं लड़ते हैं। भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो अपनी विचारधारा का विस्तार करने में विश्वास करती है।श्
कार्यक्रम में प्रस्तोता द्वारा दिल्ली के चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकर और सांसद प्रवेश वर्मा द्वारा दिए विवादित बयान के बारे में पूछे एक सवाल पर श्री शाह ने स्वीकार किया कि ष्देश के गद्दारों को ण्ण्ण्ण्ण् ष् और ष्भारत.पाकिस्तान मैचष् जैसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे। पार्टी को संभवतरू इस प्रकार के बयानों से नुकसान हुआ है।
अन्य राज्यों के चुनाव परिणामों पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अभी कुछ ही समय पहले सबसे बड़े बहुमत के साथ विजयी रहे। अब यह सही बात है कि कुछ राज्यों में सफलता नहीं मिली लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि भाजपा से लोगों का विश्वास उठा है। महाराष्ट्र में हम चुनाव जीते हैं। हरियाणा में केवल 6 सीटें कम हुईं हैं। झारखंड में हम चुनाव हारे और दिल्ली में पहले से हारे हुए थे बावजूद इसके सीट और वोट प्रतिशत बढ़ा है।
नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी विवाद एवं विरोध प्रदर्शन के बारे में चर्चा में उन्होंने कहाए श्हमारा मन शुद्ध है और हम शुद्ध मन से काम करते हैं। हमने कभी भी धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया है। मैं आज भी देश को बताना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन कानून में ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं है। जो मुस्लिमों की नागरिकता ले लेता हो।श्
उन्होंने कहाए श्किसी ने आज तक मुझे नहीं बताया कि सीएए के किस प्रावधान के तहत वो ये मानते हैं कि ये मुस्लिम विरोधी है। अगर भाजपा का विरोध ही करना है तो फिर कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अगर कोई सीएए या उससे जुड़े किसी भी विषय पर बात करना चाहे तो वह तीन दिन के अंदर उसे समय देंगे।
पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया . शाहीन बाग के लिंक के बारे में पूछे जाने पर श्री शाह ने कहा कि इस संगठन को लेकर उन्हें कई जांच एजेंसियों की रिपोर्टें मिलीं हैं। गृह मंत्रालय उनका अध्ययन कर रहा है। जांच में आएगा जो हम उस हिसाब से कार्रवाई करेंगे।