अलीगढ़ , पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने बुधवार को कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में चुनाव तभी सार्थक हो सकते हैं जब समाज के सभी लोग वर्ग जाति, धर्म, समुदाय और क्षेत्र से ऊपर उठकर अपने मताधिकारों का प्रयोग करें ।
वार्षिक सर सैय्यद दिवस पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि देश में सबसे बड़ी अल्पसंख्यक महिलाएं हैं क्योंकि केवल 49 फीसदी महिलाएं ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल करती हैं। अगर वह डर या कानून व्यवस्था के मुद्दे के कारण अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर पाती हैं तो यह हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर एक प्रश्न चिह्न खड़ा करेगा । अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के संस्थापक सर सैय्यद अहमद खान का हवाला देते हुए कुरैशी ने कहा कि वह 19 वीं सदी में देश की एक महान शख्सियत थे। उन्होंने देश में आधुनिक शिक्षा के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी ।
इस वर्ष सर सैय्यद दिवस पर सर सैय्यद एक्सीलेंस एवार्ड का विशेष सम्मान रेख्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सर्राफ को दिया गया । सर्राफ को एक लाख रूपये और एक प्रतीक चिह्न प्रदान किया गया । सर सैय्यद एक्सीलेंस का दूसरा सम्मान प्रोफेसर क्रिश्चियन डब्ल्यू ट्रोल को सर सैय्यद पर लेखन की वजह से दिया गया । प्रो ट्रोल वर्तमान में पोप के सलाहकार हैं लेकिन वह तबियत खराब होने के कारण कार्यक्रम में नहीं आ सके। इससे पहले एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि संस्थान तकनीक और विज्ञान के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है इसी को देखते हुये कई नये पाठ्यक्रम शुरू किये जा रहे हैं ।