प्रतापगढ़, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने प्रतापगढ़ के पट्टी विधानसभा क्षेत्र के गोविंदपुर-परसठ गांव के पिछड़ी जाति के पीड़ितों से मुलाकात की और उन्हे न्याय का भरोसा दिलाया। उपस्थित पीड़ित महिलाओं ने प्रदेश सरकार के मंत्री राजेंद्र सिंह ऊर्फ मोती सिंह के इस्तीफे की मांग अनुप्रिया पटेल से की।
श्रीमती पटेल ने पिछले महीने 22 मई को दबंगों के अत्याचार की शिकार पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की और उनका दु:ख-दर्द सुना। पीड़ित महिलाओं ने प्रदेश सरकार के मंत्री राजेंद्र सिंह ऊर्फ मोती सिंह के इस्तीफे की मांग की। उन्होने पीड़ित परिवारों के जलाए गए घरों और मवेशियों को भी देखा और उन्हें हर हाल में न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
मिर्जापुर की सांसद ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रतापगढ़ जैसे संवेदनशील जिला के लिए पुलिस अधीक्षक अनुभवहीन हैं। उनके इस पद पर रहते हुए इस प्रकरण में निष्पक्ष कार्यवाही संभव ही नहीं है। इसलिये बगैर देरी उनका तबादला किया जाना चाहिये। मामले की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाये और उसके आधार पर इस प्रकरण के मुकदमे में धाराओं को लगाने की कार्यवाही हो। इस प्रकरण में प्रयागराज मंडलायुक्त की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
उन्होने कहा कि योगी सरकार घटना में दोषी सभी पुलिस कर्मियों के विरूद्ध कार्यवाही करे जबकि सभी पक्षों के निर्दोषों को छोड़ा जाए। उन्होने कहा कि अभी तक इस प्रकरण में सिर्फ एक पक्षीय कार्यवाही हुई है। सभी पक्षों के दोषियों की गिरफ्तारी हो। घटना में आगजनी तथा सामान के नुकसान का पीड़ितों को मुआवजा मिले।
इस अवसर पर श्रीमती पटेल के साथ उत्तर प्रदेश के कारागार राज्यमंत्री जयकुमार सिंह जैकी, प्रतापगढ़ सदर से अपना दल (एस) विधायक राजकुमार पाल, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रेखा पटेल, दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रामलखन पटेल, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राजेंद्र पाल, उत्तर प्रदेश पशुधन विकास परिषद के सदस्य अजय प्रताप सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल भी उपस्थित थें।