चीन सीमा के निकट, 15000 से अधिक भारतीय सैनिक करेंगे युद्धाभ्यास
September 11, 2019
नयी दिल्ली , चीन को ध्यान में रखकर बनायी गयी सेना की माउंटेन स्ट्राइक कोर पहली बार दस हजार फुट से भी अधिक ऊंचाई वाले दुर्गम पर्वतीय क्षेत्र में एक युद्धाभ्यास में अपने जौहर तथा मारक क्षमता का प्रदर्शन करेगी।
अरूणाचल प्रदेश की चीन से लगती सीमा के पर्वतीय क्षेत्रों में अगले महीने शुरू होने वाले युद्धाभ्यास हिम विजय में 15000 से भी अधिक सैनिक बर्फ से ढके पहाड़ों में रणकौशल का प्रदर्शन करेंगे।
लगभग डेढ महीने चलने वाले इस अभ्यास में वायु सेना भी शामिल होगी और उसके सी.17ए सी.130 सुपर हरक्युलिस तथा सदाबाहर और भरोसेमंद ए एन.32 मालवाहक विमान अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
अभ्यास में सेना के युद्धक टैंक और तोपखाने दुश्मन के नजदीक उसे अपनी ताकत का परिचय देंगे साथ ही हेलिकॉप्टर और अन्य प्लेटफार्म भी अपनी उपयोगिता साबित करेंगे।
सेना के अनुसार हाल ही में बनाये गये एकीकृत युद्ध समूह ;आईबीजीद्ध इस अभ्यास के केन्द्र में होंगे और पांच.पांच हजार सैनिकों की तादाद वाले तीन आईबीजी इसमें हिस्सा लेंगे।
वायु सेना के मालवाहक विमान युद्ध की परिस्थितियों में सैनिकों को ष्रण क्षेत्र ष् यानी अभ्यास स्थल में उतारेंगे। आईबीजी का गठन हाल ही में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की पहल पर किया गया था।
विशेष रूप से दक्ष तथा प्रशिक्षित जवानों वाले आईबीजी अपने आप में स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करते हैं और ये दुश्मन को बिना समय गंवाये कम समय करारा जवाब देने तथा उसे पस्त करनें में सक्षम है।
यह पहला मौका है जब माउंटेन स्ट्राइक कोर के सैनिक युद्धाभ्यास में अपना जौहर दिखायेंगे।
इस अभ्यास की तैयारी सेना पिछले कई महीनों से कर रही थी और इसके लिए गहन योजना तथा रणनीति तैयार की गयी है।