नयी दिल्ली, चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब चार महीने से चली आ रही तनातनी के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे क्षेत्र में सैन्य तैयारियों का जायजा लेेने के बाद आज यहां लौटे आये।
दो दिन की यात्रा के दौरान जनरल नरवणे वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हालात की समीक्षा करने के लिए अग्रिम मोर्चों पर भी गये। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात सैनिकों और स्थानीय कमांडरों के साथ बातचीत की। उन्होंने क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा में सैन्य टुकड़ियों के कामकाज के उच्च मानकों और उनके उच्च मनोबल की सराहना की। थल सेना प्रमुख ने जवानों से सतर्क रहने और संचालन तत्परता के उच्च क्रम को बनाए रखने का आग्रह किया।
इसके बाद लेह में, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, उत्तरी कमान लेफ्टिनेंट जनरल वाई के जोशी और जीओसी, फायर एंड फ्यूरी कोर के लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह ने थल सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवाणे को सैन्य संचालन तैयारियों की वास्तविक स्थिति और सर्दियों में जवानों के लिए रसद व्यवस्था की जानकारी दी। थल सेना प्रमुख ने बलों की क्षमता बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर संतोष प्रकट किया।