जकार्ता, भारत ने एशियाई पैरा खेलों में सोमवार को तीन स्वर्ण पदक सहित कुल 11 पदक जीते जिनमें भाला फेंक के एथलीट संदीप चौधरी ने विश्व रिकार्ड के साथ जीता गया सोने का तमगा भी शामिल है।
संदीप ने पुरूषों की एफ 42 . 44 / 61 . 64 स्पर्धा में पहला स्थान हासिल करके भारत को इन खेलों का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। भारत को दो अन्य स्वर्ण पदक मध्यम दूरी की धाविका राजू रक्षिता (महिलाओं की टी11 1500 मीटर दौड़) और तैराक जाधव सुयेश नारायणन (पुरूषों की एस7 50 मीटर बटरफ्लाई) ने दिलाये।
संदीप ने अपने तीसरे प्रयास में 60 . 01 मीटर का थ्रो लगाकर पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने एफ44 में विश्व रिकार्ड भी बनाया। इससे पहले का रिकार्ड चीन के मिंगजी गाओ (59.82 मीटर) के नाम था जो उन्होंने 1980 में बनाया था। वह एफ 42 . 44 / 61 . 64 वर्ग के खिलाड़ी हैं जो पैरों की लंबाई में विकार , मांसपेशियों की कमजोरी से संबंधित है।
रियो पैरालंपिक 2016 की रजत पदक विजेता दीपा मलिक ने महिलाओं की एफ53-54 भाला फेंक में 10.15 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक हासिल किया। पैरा एथलीटों ने दो रजत पदक भी जीते। रम्या षणमुगम ने महिलाओं की एफ46 भाला फेंक तथा राधा वेंकटेश ने महिलाओं की टी12-13 1500 मीटर में दूसरा स्थान हासिल किया।
तैराकी में नारायण के स्वर्ण के अलावा भारत ने तीन कांस्य पदक भी हासिल किये। पैरा पावरलिफ्टिंग में 2014 ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता सकीना खातून ने महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीता जबकि निशानेबाज पैरा खेल में भी भारत ने एक रजत और एक कांस्य पदक हासिल किया।
भारत के नाम पर अब तीन स्वर्ण, छह रजत और सात कांस्य पदक सहित 16 पदक दर्ज हो गये हैं और वह पदक तालिका में आठवें स्थान पर है। भारत ने रविवार को दो रजत और एक कांस्य पदक जीता था। चीन 35 स्वर्ण, 14 रजत और 17 कांस्य पदक लेकर तालिका में शीर्ष पर बना हुआ है। उसके बाद दक्षिण कोरिया का नंबर आता है जिसनमें 14 स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक जीते हैं।