Breaking News

शिक्षकों के समर्थन मे उतरी अटेवा, लाकडाउन के बाद मूल्यांकन कराने की अपील की

जब देश में कोविड-19 कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है और भारत सरकार के द्वारा पूरे देश में लाकडाउन को 17 मई तक बढ़ाया गया है। ऐसे विकट समय में उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 मई 2020 से यूपी बोर्ड के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कराने के निर्णय पर अटेवा ने सवाल उठाया  है।

अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार *बन्धु* व प्रदेश महामंत्री डा० नीरज पति त्रिपाठी ने उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कराने का विरोध करते हुये कहा कि प्रदेश के 75 में से 65 जिलों में कोरोना का संक्रमण फैल चुका है, जिसमें 55 जिले रेड और आरेंज जोन घोषित किए जा चुके हैं, ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार ने 5 मई 2020 से यूपी बोर्ड के उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कराने का निर्णय लिया है।

नेता द्वय ने कहा कि संगठन सरकार से लगातार अनुरोध करता रहा कि मूल्यांकन लाकडाउन समाप्त होने तथा परिस्थितियों के सामान्य होने के उपरांत कराया जाए अथवा कॉपियों के गृह मूल्यांकन की व्यवस्था बनाई जाए। किन्तु सरकार संगठनों के अनुरोध को स्वीकार न कर हठपूर्वक मूल्यांकन कराने की जिद पर अड़ी हुई है । जो उचित नही है । क्योकि ‘जान है तो जहान है’ ।

 अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार *बन्धु* व प्रदेश महामंत्री डा० नीरज पति त्रिपाठी ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत मूल्यांकन केंद्रों पर जिस प्रकार की व्यवस्था, एहतियात और सुरक्षा के उपायों की जरूरत है, वह प्रदेश के 275 मूल्यांकन केंद्रों पर डेढ़ लाख शिक्षकों को कदापि उपलब्ध नहीं कराई जा सकती है। रेड तथा ऑरेंज जोन में परिवहन के साधनों के बंद होने के कारण शिक्षक विशेषकर महिलाओं का मूल्यांकन केंद्रों तक पहुंच पाना असम्भव है। यदि किसी मूल्यांकन केंद्र में कोई एक शिक्षक भी किसी कारण से कोरोना पॉजिटिव हुआ तो न केवल उस केंद्र के सैकड़ों शिक्षक बल्कि उन सभी शिक्षकों के परिवार भी संक्रमण के दायरे में आ जाएंगे।

उन्होंने कहा कि हमें अपने विद्यार्थियों की तथा उनके भविष्य की पूरी चिंता है , इसलिए लाकडाउन की समाप्ति तथा परिस्थितियों के सामान्य होते ही सभी शिक्षक पूरी जिम्मेदारी से और समय से कॉपियों का मूल्यांकन करेंगे। हाईस्कूल तथा इंटर के किसी भी विद्यार्थी की अगली कक्षा में प्रवेश की स्थिति बाधित नहीं होने पाएगी ।

उन्होंने बताया कि मूल्यांकन प्रारंभ होने के दिन से रिजल्ट देने के लिए अधिकतम 35 दिनों की जरूरत होगी। ऐसे में यदि 20 मई से भी मूल्यांकन कार्य शुरू होगा तो भी जून के अंतिम सप्ताह में परीक्षा परिणाम घोषित किए जा सकेंगे , जबकि जुलाई से पूर्व कहीं भी अगली कक्षाओं में प्रवेश की स्थिति नहीं है