गुजरात मे उत्तर भारतीयों पर हमला जारी, युवक की पीट-पीटकर हत्या
October 13, 2018
सूरत, गुजरात में उत्तर भारतीयों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाएं जारी हैं. राज्य के औद्योगिक शहर सूरत में बिहार के गया के रहने वाले एक युवक की लोहे के रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई.
अमरजीत नाम का यह युवक सूरत में बीते 15 साल से रह रहा था. वो यहां पंडेश्वरा इलाके स्थित एक मिल में काम करता था और वहां मजदूरों की सप्लाई भी करता था. शुक्रवार शाम अमरजीत मिल से अपने घर वापस लौट रहा था तभी हिंसक भीड़ ने उसपर हमला बोल दिया और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी.
अमरजीत बिहार में गया जिला के कोंच थाना के कौड़िया गांव का रहने वाला था.अमरजीत 15 साल पहले वहां रोजगार की तलाश में बिहार से यहां आया था. उसने काफी मेहनत करने के बाद यहां अपना एक घर बना लिया था और शादी भी कर ली थी. अमरजीत के दो बच्चे हैं.
घटना की सूचना के बाद उसके पैतृक घर में मातम पसर गया है. उसके परिवारवालों का रो-रो कर बुरा हाल है.अमरजीत के पिता राजदेव सिंह रिटायर्ड सैनिक हैं. उन्होंने बताया कि उनका बेटा काफी मेहनती और होनहार था. उसकी मदद से पूरा परिवार खुशी-खुशी अपना जीवन निर्वाह कर रहा था, पर इस घटना से पूरा परिवार सदमे में है.
गुजरात के साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में बीते 28 सितंबर को 14 महीने की बच्ची के साथ रेप की घटना सामने आई थी. पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए रेप के आरोपी बिहार के रहने वाले रविंद्र साहू नाम को गिरफ्तार कर लिया था. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में उत्तर भारतीयों के प्रति गुस्सा भड़क उठा था. उन्होंने विशेषकर बिहार और यूपी से वहां काम करने गए लोगों को अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया.
बलात्कारी युवक के गिरफ्तार होने के बाद भड़की हिंसा के खिलाफ अभियान में पुलिस ने करीब 431 लोगों को गिरफ्तार किया थी वहीं 56 लोगों पर प्राथमिकियां भी दर्ज की गई थी. लेकिन फिर भी उत्तर भारतीयों के मन में भय का माहौल है. वो आनन-फानन में अपने-अपने राज्यों को पलायन कर रहे हैं. गुजरात के कई इलाकों में काम करने वाले प्रवासी यूपी और बिहार के लोग इन दिनों ट्रेनों और बसों में भरकर अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं.हिंसा के बाद से ही एक हफ्ते के अंदर ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 20,000 लोग गुजरात से बाहर चले गए.