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दिल्ली के सात छात्रों को 2020 का बाल शक्ति पुरस्कार

नयी दिल्ली, दिल्ली के सात छात्रों को 2020 का बाल शक्ति पुरस्कार प्रदान किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार मोबाइल आधारित स्काउटिंग ऐप बनाने से लेकर बाढ़ का पूर्वानुमान लगाने वाले ऐप बनाने, तीरंदाजी में महारत हासिल करने और केदारनाथ की कठिन परिस्थितियों में सामाजिक सेवा का कार्य करने के लिए दिए गए हैं।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यहां बुधवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक समारोह में पुरस्कार प्रदान किए। पुरस्कार पाने वालों में दिल्ली के पांच छात्र और दो छात्राएं शामिल हैं। पुरस्कार पाने वालों में तीरंदाजी में तीन अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाली अठारह वर्षीय संचिता तिवारी शामिल हैं। तिवारी को प्रथम खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2018 के उद्घाटन समारोह में मशाल धारक की भूमिका निभाने का मौका मिला था।
तिवारी को खेलों में उत्कृष्ट योगदान के लिए बाल शक्ति पुरस्कार प्रदान किया गया।

सामाजिक सेवा श्रेणी में चौदह वर्षीय परिकुल भारद्वाज को पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें यह पुरस्कार अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में सामाजिक सेवा करने के लिए दिया गया। केदारनाथ यात्रा के दौरान सामाजिक सेवा करने में भारद्वाज ने सबसे कम उम्र की छात्र स्वयंसेविका की भूमिका निभाई थी। हंगरी में आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय खगोलशास्त्र एवं खगोलभौतिकी ओलंपियाड में स्वर्ण पदक जीतने वाले चिराग फलोर को अध्ययन के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बल शक्ति पुरस्कार प्रदान किया गया।

भारत के पहले मोबाइल आधारित स्काउटिंग पोर्टल “स्काउट मी” के निर्माता सत्रह वर्षीय अर्जुन पांडेय को नवोन्मेष श्रेणी में पुरस्कार दिया गया। पांडेय द्वारा निर्मित पोर्टल को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ ने अपने आधिकारिक स्काउटिंग पटल के रूप में स्वीकार किया है।

इसी श्रेणी में अठारह वर्षीय राघव पुरी को उनके प्रोजेक्ट “रिकवरिंग हिस्ट्री” के लिए पुरस्कृत किया गया। पुरी द्वारा किए गए अविष्कार से कृत्रिम बुद्धिमत्ता के इस्तेमाल से टूटी हुई कलाकृतियों को फिर से बनाने में सहायता मिल सकती है।

इससे इतिहास और संस्कृति की बेहतर समझ विकसित करने में मदद मिलेगी। नवोन्मेष श्रेणी में ही साग्निक अनुपम को पुरस्कृत किया गया जिन्होंने “औगुरा” नामक ऐप का निर्माण किया है। इस ऐप के द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता और भौगोलिक सूचना प्रणाली की सहायता से नदी के बीते सालों के डेटा का इस्तेमाल कर बाढ़ का अनुमान लगाया जा सकता है।

राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किए गए तनिश गोयल (18) ने एक ऐसा वैज्ञानिक आविष्कार किया है जिससे उन्नत श्रेणी के स्मार्ट ड्रोन की सहायता से आपदा में फंसे नागरिकों की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए उन्हें अमेरिका के केनेडी स्पेस सेंटर में आयोजित एक प्रतियोगिता में नासा गोडार्ड पुरस्कार मिल चुका है। बाल शक्ति पुरस्कार पांच से अठारह वर्ष की आयु के छात्रों को नवोन्मेष, सामाजिक सेवा, अध्ययन, खेल इत्यादि श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं।