एक ग्रुप को प्लेसबो नाम का लवण वाला इंजेक्शन लगाया गया और दूसरे को एक तोसिलिज़ुमाब नाम की एक दवा दी गई, जो IL6 के स्त्राव पर रोक लगा देती है.वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन लोगों को लवण का इंजेक्शन लगाया गया था, उन्होंने साइकिल चलाने की एक्सरसाइज के जरिए औसतन 225 ग्राम तक अपने पेट के मोटापे को कम किया. जो पेट के भार का 8 फीसदी था. लेकिन जिन लोगों को तोसिलिज़ुमाब दिया गया था, उनके अंदर यह प्रभाव नहीं दिखा.
इन रिसर्चरों ने एक बातचीत के दौरान टेलिग्राफ अख़बार को बताया, हमने पेट के मोटापे को कम करने में IL6 पदार्थ के रोल के बारे में पता लगा लिया है. और पाया है कि यह तत्व इस पहेली में अहम रोल प्ले करता है. यह स्टडी सेल मेटाबॉलिज्म नाम की एक पत्रिका में प्रकाशित हुई. इससे यह भी पता चला कि तोसिलिज़ुमाब कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ा देता है.
फिलहाल इसका इस्तेमाल गठिया के इलाज के लिए किया जाता है. रिसर्चरों का कहना है कि वे इसकी जांच करेंगे कि क्या IL6 को सीधे इंजेक्शन के तौर पर देकर लोगों के पेट के मोटापे को कम किया जा सकता है? अगर यह इंजेक्शन कामयाब हो जाता है तो लोग चुटकियों में अपना वजन कम कर सकेंगे.डॉक्टरों ने पाया है कि भारत के लोगों में पेट का मोटापा होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है. 2011 में नई दिल्ली में हुई एक स्टडी में पाया गया था कि यहां पर 68 फीसदी एडल्ट लोगों का पेट बढ़ा हुआ है.