राष्ट्रपति ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न, इनको दिये जाने की घोषणा की
January 25, 2019
नयी दिल्ली, सत्तरवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिये जाने की घाेषणा की.
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, दिवंगत संगीतकार एवं गीतकार भूपेन हजारिका और समाजसेवी नानाजी देशमुख को भारत रत्न से अलंकृत करने की घोषणा की गयी है, सत्तरवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इन तीन विभूतियों को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिये जाने की घाेषणा की.
सामाजिक कार्यकर्ता और संघ विचारक नानाजी देशमुख और प्रख्यात संगीतकार भूपेन हजारिका को मरणोपरांत इस सम्मान से सम्मानित किया गया है.
प्रणव मुखर्जी भारत के 13 वें राष्ट्रपति रह चुके हैं. वह 1984 में प्रणव मुखर्जी वित्तमंत्री रह चुके थे. नरसिम्हा राव के मंत्रिमंडल में उन्होंने 1995 से लेकर 1996 तक विदेश मंत्री के रूप में काम किया.
नानाजी देशमुख का जन्म महाराष्ट्र के हिंगोली जिले में एक मराठा परिवार में हुआ था. 1940 में डॉ. हेडगेवार के निधन के बाद नानाजी ने संघ की शाखाओं से जुड़ने के लिए युवाओं को प्रेरित किया.
उन्होंने दीन दयाल उपाध्याय शोध संस्थान के तहत तमाम समाजसेवा से जुड़े कार्यों को विस्तार दिया. अटल विहारी वाजपेयी की सरकार में उन्हें भारत सरकार ने पद्मविभूषण से सम्मानित किया था. 11 अक्टूबर 1916 को जन्मे नानाजी देशमुख का 27 फरवरी 2010 को निधन हो गया.
भूपेन हजारिका ने अपनी मूल भाषा असमिया के अलावा हिंदी, बंगला समेत कई अन्य भारतीय भाषाओं में गाने गाए. उन्होंने फिल्म ‘गांधी टू हिटलर’ में महात्मा गांधी का पसंदीदा भजन ‘वैष्णव जन’ गाया था. उन्हें पद्मभूषण सम्मान से भी सम्मानित किया गया था. हजारिका ने अपना पहला गाना 10 साल की उम्र में गाया था. 8 सितंबर 1926 में भारत के पूर्वोत्तर राज्य असम के सदिया में जन्मे भूपेन हजारिका की देशव्यापी पहचान है.