नई दिल्ली, रेलवे का तत्काल टिकट लेना जंग जीतने के समान है. तत्काल टिकट लेने के लिए घंटों इंतजार करिये लेकिन बुकिंग के वक्त निराशा हाथ लगती है क्योंकि सारे टिकट बुक हो चुके होतें हैं.
खुशखबरी ये है कि अब भारतीय रेलवे ने एक ऐसी कार्रवाई की है, जिससे तत्काल टिकट आसानी से मिल सकेंगे. रेलवे ने अवैध सॉफ्टवेयरों का सफाया करते हुए उन 60 एजेंटों को गिरफ्तार किया है जो अवैध तरीकों से टिकटों की बुकिंग कर लेते थे. रेलवे के इस कदम से अब यात्रियों के लिए अधिक संख्या में तत्काल टिकट उपलब्ध हो सकेंगे.
रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने कहा कि सफाई अभियान का अर्थ है कि यात्रियों के लिए अब तत्काल टिकट घंटों तक उपलब्ध होंगे जो पहले बुकिंग खुलने के बाद कुछ मिनटों में ही समाप्त हो जाते थे. जनवरी में महानिदेशक ने कहा था कि एक ई-टिकट गिरोह का पर्दाफाश किया गया है.
अरुण कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘आज मैं कह सकता हूं कि अवैध सॉफ्टवेयरों के जरिए एक भी टिकट नहीं बुक किया जा रहा है. हमने आईआरसीटीसी से जुड़े सभी मुद्दों को हल कर लिया है तथा उन लोगों को भी पकड़ लिया जो सॉफ्टवेयर के प्रमुख ऑपरेटर थे.’ इन गिरफ्तारियों के साथ ही अधिकतर अवैध सॉफ्टवेयरों को ब्लॉक कर दिया गया है जो सालाना 50 करोड़ -100 करोड़ रुपये का कारोबार करते थे.
महानिदेशक ने कहा कि आरपीएफ ने पेशे से डेवलपर सत्यवान उपाध्याय को गिरफ्तार किया है, जिसने टिकट दलालों के लिए अवैध मैक सॉफ्टवेयर बनाया था. उन्होंने बताया कि आरपीएफ ने आईआरसीटीसी के अधिकृत एजेंटों के खिलाफ भी 11 और 12 फरवरी को अभियान चलाया तथा उनमें से 319 को संदिग्ध बुकिंग के लिए गिरफ्तार किया.
रेलवे के इस कदम से अब यात्रियों के लिए अधिक संख्या में तत्काल टिकट उपलब्ध हो सकेंगे.