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मायावती ने बहुजन समाज पार्टी मे किया बड़ा फेरबदल, इन नेताओं पर जताया भरोसा

लखनऊ,  बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बहुजन समाज पार्टी मे  बड़ा फेरबदल किया है। उन्होने राज्यस्तर पर कुछ खास नेताओं पर भरोसा जताया है.

बहुजन समाज पार्टी की अहम बैठक आज लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती की अध्यक्षता मे संपन्न हो गई है.

मायावती ने बहुजन समाज पार्टी मे  बड़ा फेरबदल करते हुये राज्य स्तर पर तीन कोआर्डिनेटर नियुक्त किये हैं.

बसपा अध्यक्ष ने मुनकाद अली, आर एस कुशवाहा और भीम राव अंबेडकर को राज्य स्तर पर कोआर्डिनेटर नियुक्त किये हैं.

ये तीनों कोआर्डिनेटर हर माह अपने- अपने मंडलों की समीक्षा कर प्रगति से बसपा अध्यक्ष को अवगत करायेंगे.

इसके अलावा मायावती ने अब हर मंडल पर एक कोआर्डिनेटर की नियुक्ति की है. पहले तीन मंडलों पर एक कोआर्डिनेटर होता था.

आज बुलायी बैठक में सभी सांसद, विधायक , मेयर, जिलों के जिला अध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष, पूर्व सांसद, विधायक व सभी पदाधिकारी बुलाए गए .

सूत्रों के अनुसार,  उप चुनाव की तैयारियों को लेकर मायावती ने पार्टी के सभी छोटे बड़े पदाधिकारियों को बुलाया .

बैठक मे मायावती धीक 11 बजे पहुंच गईं.

लेकिन उम्मीद के मुताबिक बैठक बहुत लंबी नही चली.

उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बहुजन समाज पार्टी गंभीर है.

 पिछले हफ्ते ही बहुजन समाज पार्टी ने उपचुनावों को लेकर आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में 13 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव अकेले लड़ने का ऐलान किया और 11 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान भी कर दिया है.

 बैठक में एक बार फिर सर्वसम्मति से मायावती को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुना गया था साथ ही उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के नाम पर भी मुहर लगा दी गई है.

यह पहला मौका है जब बसपा उपचुनाव लड़ने जा रही है.

बसपा ने 13 में से 11 सीटों के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं.

घोसी सीट से कय्यूम अंसारी, मानिकपुर से राजनारायण निराला, हमीरपुर से नौशाद अली, जैदपुर से अखिलेश अंबेडकर, बलहा से रमेश गौतम, टूंडला से सुनील कुमार चित्तौड़, लखनऊ कैंट से अरुण द्विवेदी, प्रतापगढ़ सदर से रंजीत सिंह पटेल, रामपुर से जुबेर मसूद खान और कानपुर से देवी प्रसाद तिवारी.

जलालपुर सीट से अभी प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया गया है.

सहारनपुर सीट पर मायावती को फैसला लेना है.

बता दें इन सभी को जिन सीटों पर उपचुनाव होने हैं वहां का प्रभारी बनाया गया है.

बसपा में जो प्रभारी होता है उसे ही टिकट मिलता है.