पटना, बिहार ने एक बार फिर इतिहास रचा है। जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में तथा दहेजप्रथा एवं बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एकजुट हुए लोगों ने आज बिहार में करीब साढ़े 16 हजार किलोमीटर लंबी कतारबद्ध मानव श्रृंखला का एक बार फिर नया रिकॉर्ड बनाकर इतिहास रच दिया।
राजधानी पटना समेत सभी 38 जिले में करीब सवा चार करोड़ लोगों ने आज दिन के साढ़े 11 बजे से 12 बजे तक करीब साढ़े 16 हजार किलोमीटर की लंबाई में हाथ से हाथ मिलाकर जल-जीवन-हरियाली और शराबबंदी के पक्ष में तथा दहेजप्रथा एवं बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ एक बार फिर अपना दम-खम दिया। यह समाजिक, राजनीतिक और आर्थिक आंदोलनों की जननी रहे बिहार के लोगों की एकजुटता का दम-खम ही तो था कि उनकी कतार को नदी भी नहीं रोक पाई।
मुजफ्फरपुर जिले के बोचहां प्रखंड में दरधा घाट पर आथर गांव के लोगों ने मानव श्रृंखला का क्रम बनाए रखने के लिए गंडक नदी पर नावों की कतार लगा दी। वहां नदी की चौड़ाई 200 फुट है। बीच नदी में नाव पर बनाई गई उनकी मानव श्रृंखला तो लोगों के उत्साह की एक बानगी भर रही। राज्य में नदी से पहाड़ तक हर जगह मानव श्रृंखला का नजारा रहा।