ओलंपिक पदक विजेता ये खिलाड़ी और पूर्व कप्तान भाजपा में शामिल
September 26, 2019
नयी दिल्ली, ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी और पूर्व कप्तान भाजपा में शामिल हो गयें हैं।
ओलंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान संदीप सिंह भाजपा में शामिल हो गए। उनके साथ ही अकाली दल के विधायक बलकौर सिंह ने भी भगवा दल का दामन थाम लिया। इस तरह के संकेत हैं कि इन्हें पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में टिकट दे सकती है। हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए 21 अक्टूबर को वोट पड़ेंगे
पार्टी में शामिल करते हुए हरियाणा भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने दोनों खिलाड़ियों के देश के लिए योगदान की सराहना की और कहा कि उनकी मौजूदगी पार्टी को 90 सदस्यीय विधानसभा में 75 से ज्यादा सीटें जीतने में मदद मिलेगी।
हरियाणा के रहने वाले दत्त ने 2012 के ओलंपिक में फ्रीस्टाइल कुश्ती के 60 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। दत्त ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों और जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्ज देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के फैसले से वह काफी प्रभावित हैं। इसने एक ‘नई क्रांति’ शुरू की है।
दत्त ने कहा कि मोदी ने दिखाया है कि ‘‘राजनीति में अच्छी चीजें की जा सकती हैं।’’ उन्हें 2013 में पद्म श्री से नवाजा गया था और 2014 के राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।
उनके विचारों से सहमति जताते हुए संदीप सिंह ने कहा कि खिलाड़ी के रूप में देश सेवा करने के बाद अब वह राजनीति में राष्ट्र की सेवा करेंगे।
भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान को 2006 में उस वक्त दुर्घटनावश गोली लग गई थी जब वह राष्ट्रीय टीम में शामिल होने के लिए जा रहे थे। टीम दो दिनों बाद अफ्रीका में विश्व कप के लिए रवाना होने वाली थी।
वह एक वर्ष तक व्हीलचेयर पर रहे। बाद में टीम में फिर अपना स्थान हासिल कर लिया और भारत के लिए 2010 के विश्व कप में खेले।
पूर्व हॉकी खिलाड़ी और राज्य में अकाली दल के इकलौते विधायक बलकौर सिंह ने हरियाणा को ‘ईमानदार’ सरकार देने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की तारीफ भी की।
बलकौर सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।
अकाली दल पंजाब की प्रमुख पार्टी है और भाजपा की सहयोगी भी है, लेकिन उसने अतीत में इंडियन नेशनल लोक दल के साथ मिलकर हरियाणा का विधानसभा चुनाव लड़ा था।
उनसे अकाली दल छोड़ने का कारण पूछा गया तो उन्होंने अपनी पूर्व पार्टी की आलोचना करने से बचते हुए कहा कि वह भाजपा के सदस्य के तौर पर हरियाणा की ‘सेवा’ करना चाहते हैं।