लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को शंका जाहिर करते हुये कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तिरंगा यात्रा के साथ दंगा भी करवा सकती है।
समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की जयंती के मौके पर एक सभा को संबोधित करते हुये श्री यादव ने कहा कि भाजपा तिरंगा यात्रा के साथ दंगा भी करवा सकती है। कासगंज में पिछले समय तिरंगा यात्रा में दंगा हुआ था। कासगंज में भाजपा ने कासगंज में भाजपा ने ही हिन्दू-मुसलमान के नाम पर दंगा कराया था। भाजपा ने हमेशा पिछड़ो, दलितों और खासकर मुसलमान भाइयों को धोखा देने का काम किया है। भाजपा बांटने की राजनीति करती है। समाजवादी सरकार बनने पर जातीय जनगणना कराई जाएगी।
उन्होने कहा कि पूरे देश को समझना चाहिए कि आरएसएस और भाजपा एक ही है। नागपुर में आरएसएस के मुख्यालय पर पांच दशक तक राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराया गया। समाजवादियों ने जनेश्वर मिश्र पार्क में सबसे ऊंचा तिरंगा झंडा सम्मान के साथ लगवाया था।
अखिलेश यादव ने कहा कि 15 हजार करोड़ की लागत से बने जिस बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे का प्रधानमंत्री ने उद्घाटन किया था। वह पहली बारिश में ही ढह गया। इसकी जांच ईडी या सीबीआई से कब होगी। भाजपा की जब सरकार आती है, महंगाई बढ़ा देती है। देश में इतनी महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार कभी नहीं था। आज हर चीज के दाम बढ़ गए है। दूध, दही, घी, पर कभी टैक्स नहीं लगा था, भाजपा ने उस पर जीएसटी लगाकर महंगा कर दिया।
उन्होने कहा कि देश में 22 करोड़ युवाओं ने नौकरी के लिए फार्म डाला लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिली। सरकार बताए कि अग्निवीर योजना में कितने नौजवानों को नौकरी दी गई। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पुलिस हिरासत में मौतें हुई है। कानून व्यवस्था नाम की राज्य में कोई चीज नहीं। लूट, अपहरण, हत्या, महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं प्रतिदिन घट रही है। सबका साथ सबका विकास धोखा है। मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को सबसे ज्यादा नोटिसें दे चुका है इसके बावजूद उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार का बुलडोजर चलना बंद नहीं हो रहा है। ऐसे हालात में उत्तर प्रदेश में पूंजी निवेश कैसे आएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा के पास सूझबूझ नहीं है कि एक ट्रिलियन इकानॉमी कैसे आए। जिस प्रदेश में सबसे ज्यादा डिजिटल फ्रॉड होते हैं, वहां निवेश कैसे आएगा। एशिया का सबसे बड़ा लूलू माल समाजवादी सरकार के समय का निवेश है, भाजपा का नहीं है।