भाजपा राजनीतिक दल नहीं……अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान‘ बन गया: अखिलेश यादव
September 21, 2021
लखनऊ, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा अब एक राजनीतिक दल नहीं ‘झूठे प्रचार की ट्रेनिंग का अन्तर्राष्ट्रीय संस्थान‘ बन गया है। साढ़े चार साल की भाजपा सरकार ने जनहित की एक भी उल्लेखनीय योजना न शुरू की, नहीं उसे पूरा किया। समाजवादी सरकार के कामों को ही अपना बताकर समय बिताया और विज्ञापनों में अपनी पीठ ठोकते रहे। लेकिन जनता अब जानना चाहती है कि मुख्यमंत्री जी ने भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ जीरों टाॅललेंस की जो बड़ी-बड़ी बातें की थी, उन पर कितना अमल हुुआ और यदि नहीं हुआ तो क्या मुख्यमंत्री जी उसकी जिम्मेदारी अपने ऊपर लेंगे?
भाजपा सरकार की नाक के नीचे ही गोमती रिवर फ्रंट का सौंदर्य बर्बाद हो गया। गोमती की निर्मलता पर जलकुम्भी छा गई। रबड डैम बह गया, सिंचाई और एलडीए के अफसर सोते रह गए। सरकारी भूखण्डों पर कब्जे की घटनाएं तो रोज ही उजागर हो रही है। दबंग मुख्यमंत्री जी के कथनानुसार न तो जेल में हैं और नहीं प्रदेश छोड़कर गए हैं बल्कि वे भाजपा की छत्रछाया में राजधानी में ही अपनी दबंगई दिखा रहे है और सरेआम हत्या, लूट, मारपीट कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी शायद जानबूझकर अनजान बने रहना चाहते हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने हाल ही में अपनी रिपोर्ट में बताया कि उत्तर प्रदेश में अपराधों की वृद्धि अन्य प्रदेशों से ज्यादा है। अधिकारिक रिकार्ड के अनुसार जातीय दंगों में 50 प्रतिशत वृद्धि हुई है जबकि परस्पर ग्रुपों में आपसी विद्वेष उकसाने के 70 प्रतिशत मामले दर्ज हुए हैं। अपराधों की बाढ़ के सीधे अपराधियों को सत्ता संरक्षण ही है।
भाजपा सरकार के राज में नारी पर अत्याचार और उत्पीड़न की प्रतीक ‘हाथरस की बेटी‘ के साथ हुए अन्याय का एक वर्श पूरा हो गया पर न्याय अभी तक नहीं मिला। उत्तर प्रदेश में बेटी, बहन, मां, बहू सर्वथा अपने को असुरक्षित और अपमानित महसूस करती हैं।
उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और भाजपा सरकार की बदइंतजामी के बीच हाथों में अपने दम तोड़ते हुए बच्चों को लिए दरबदर ठोकरे खाने को मजबूर किए गए लाचार और बेबस अभिभावक मुख्यमंत्री जी के झूठ ‘आॅल इज वेल‘ को कैसे पचा सकेंगे। चारों ओर मंहगाई, भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन से हाहाकार मचा हुआ है। जनता ही इंसाफ करेगी और भाजपा को साफ करेगी।