पश्चिम उत्तर प्रदेश की सरधना सीट से बीजेपी विधायक संगीत सोम पर उनकी पार्टी के ही एक नेता ने काम दिलाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. संजय प्रधान नाम के इस व्यक्ति का कहना है कि मेरठ के दादरी में सरकारी कॉलेज बनाने का ठेका दिलाने के नाम पर संगीत सोम ने 43 लाख रुपये मांगे थे. तीन किश्तों में रकम दी गई, लेकिन जब ठेका नहीं मिला और बार-बार मांगने के बाद भी रकम वापस नहीं की गई तो उन्होंने इसकी शिकायत एसएसपी से कर दी.एसएसपी ने मामले की गंभीरता से जांच के आदेश दिए हैं.
मेरठ के घाट गांव के प्रधान संजय रात में एसएसपी आवास पहुंचे. जहां उन्होंने एक लिखित शिकायत दी. जिसमें भाजपा के सरधना सीट के विधायक संगीत सोम पर गंभीर आरोप लगाए. मीडिया से बातचीत करते हुए संजय प्रधान ने बताया कि वह पीडब्ल्यूडी और अन्य विभाग में ठेकेदारी का काम भी करते हैं. मेरठ के दादरी में सरकारी कॉलेज बनाने का ठेका दिलाने के एवज में विधायक संगीत सोम ने 43 लाख रुपए की मांग की. यह रकम तीन किश्तों में दी गई. जिसमें एक बार उनके पीए को एक बार उनके भाई को और तीसरी बार एक होटल के मालिक को दिलाई गई.
इस मामले में विधायक ने खुद फोन करके रकम देने के लिए कहा, लेकिन जब ठेका नहीं मिला तो फिर ठेकेदार ने अपनी रकम वापस मांगी. इस पर विधायक के गुर्गों ने उन्हें टरकाना शुरू कर दिया. जिसके बाद अब ठेकेदार खुद विधायक के खिलाफ शिकायत लेकर एसएसपी आवास पहुंच गए. एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं. मामले की जांच खुद एसपी देहात राजेश कुमार करेंगे. अगर इस शिकायत में तथ्य पाए गए तो मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी. आपको बता दें कि इससे पहले भी संगीत सोम रुपयों के लेनदेन के विवाद में कई बार फंस चुके हैं. इसके अलावा संगीत सोम का विवादित बयानों से भी पुराना नाता है. कई बार वह पार्टी के खिलाफ और कई बार पार्टी उनके खिलाफ खड़ी नजर आई है.