जयपुर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डा सतीश पूनियां सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने सांसद रंजीता कोली पर हमले की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर राजस्थान को अपराधों की राजधानी बना देने का आरोप लगाया हैं तथा इस मामले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
श्रीमती राजे ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि राजस्थान सरकार की बदहाल कानून-व्यवस्था का इससे बड़ा सबूत और क्या हो सकता है कि सांसद तक सुरक्षित नहीं है। आम आदमी का क्या हाल होगा आप अनुमान लगा सकते हैं। कोरोना काल में समर्पण भाव से जनता की सेवा में जुटी सांसद रंजीता कोली पर हुए जानलेवा हमले की वह कड़ी निंदा करती है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में महिला सुरक्षा के दावे कर भले ही अपनी पीठ ख़ुद ही थपथपायें,पर सच्चाई तो यही है कि यहां राजनीतिक संरक्षण में अराजकता ने पांव पसार लिए है। अपराधियों के आगे इस सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलवाएं ताकि आमजन का सरकार एवं पुलिस पर विश्वास कायम हो सके। उन्होंने कहा “कांग्रेस यह याद रखे, हमने राजस्थान को शांत प्रदेश बनाकर आपको सौंपा था, जिसे आप अपराधियों का प्रदेश मत बनाओ। हम ऐसा नहीं होने देंगे।”
इसी तरह डा पूनिया ने कहा “कल रात भरतपुर के वैर सीएचसी का औचक दौरा करने जा रही सांसद रंजीता कोली पर हमला हुआ है। एक तरफ़ रोटी मांगती महिला की अस्मत सुरक्षित नहीं, दूसरी तरफ़ जनप्रतिनिधि पर क़ातिलाना हमला। अशोक गहलोतजी आपने राजस्थान को अपराधों की राजधानी बना दिया है, आप सत्ता में बने रहने का हक़ खो चुके हैं।”
नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि भरतपुर में सतत सेवाकार्यों में जुटी सांसद रंजीता कोली पर हुआ कायरतापूर्ण हमला निंदनीय है। सोचिए यदि प्रदेश में महिला सांसद की सुरक्षा का ये हाल है तो पूरे प्रदेश की महिलाएं कितनी असुरक्षित होंगी। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि भरतपुर में स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण कर रहीं सांसद श्रीमती कोली
पर प्राणघातक हमला निंदनीय एवं राज्य की लचर कानून व्यवस्था का जीता-जागता प्रमाण है। राज्य में अब निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी सुरक्षित नहीं है जिससे जर्जर कानून व्यवस्था की स्थिति स्वतः ही दिख रही है।
श्री राठौड़ ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए कहा कि इस हमले से यह सिद्ध हो गया कि भरतपुर जिले के अंदर अव्यवस्थाओं के खिलाफ कोई आवाज उठायेगा तो प्रशासन की शह पर उन पर हमला होगा। सांसद पर हमला हो जाए, जिला कलेक्टर फोन नहीं उठाए और पुलिस अधिकारी संज्ञान नहीं ले, इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता। दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने मांग की कि सांसद पर हमला क्यों हुआ इसकी जांच की जानी चाहिए।
प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता राम लाल शर्मा ने कहा कहा कि भरतपुर सांसद रंजीता कोली के साथ हुए हमले की जितनी निंदा की जाये कम हैं। उन्होंने कहा कि अब तो जनप्रतिनिधियों पर भी हमले होने लगे हैं और प्रदेश में कानून का राज नहीं बल्कि जंगलराज स्थापित हो चुका है। लोकतंत्र की आस्था के ऊपर जो हमला किया गया है, उसे राजस्थान सरकार गंभीरता से लें और इसके दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि श्रीमती कोली गुरुवार रात जब भरतपुर के आरबीएम अस्पताल में निरीक्षण करने के बाद सीएचसी वैर का निरीक्षण करने जा रहीं थी, उस दौरान धरसोनी गांव के पास कुछ बदमाशों ने उनकी गाड़ी पर हमला कर देने का मामला सामने आया है।