लखनऊ, समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चुनाव जीतने के लिये षड़यंत्र रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा अपनी अंहकारी एकाधिकारवादी राजनीति से देश में लोकतंत्र को भी कमजोर करने में लगी है।
श्री यादव ने मंगलवार को यहां कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकार का असली चेहरा अब सामने आ रहा है। भाजपा राज में अपराध और अपराधियों की संख्या बढ़ी है। सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने से वे बेखौफ है। निर्दोष लोगों, गरीबों, किसानों, नौजवानों की परेशानियां बढ़ी है। भाजपा अपनी अंहकारी एकाधिकारवादी राजनीति से देश में लोकतंत्र को भी कमजोर करने में लगी है। भाजपा चुनाव जीतने का षड़यंत्र करती रहती है। समाजवादी पार्टी लोकतंत्र को बचाने के लिए समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर अभियान छेड़ेगी।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने देश की संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने में कुछ उठा नहीं रखा है। उसमें जरा भी लोकलाज नहीं बची है। जनता के मनोबल को गिराने की उसकी साजिशें चल रही है। चुनाव निष्पक्ष और स्वतंत्र तभी होंगे जब उनमें पारदर्शिता हो। भाजपा ने चुनावों को अपनी साजिशों से विवादास्पद और अविश्वसनीय बना दिया है। जनता की जागरूकता और उसके सहयोग-समर्थन से ही लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई जारी रहेगी।
श्री यादव ने कहा कि भाजपा राज में किसानों, नौजवानों को सबसे ज्यादा परेशनियां उठानी पड़ रही हैं। तीन नए कृषि कानूनों से किसानों के हितों को चोट पहुंची है और वे सभी आक्रोशित हैं। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। किसानों के धान की लूट हो रही है। सरकारी दावे के बावजूद उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि किसान पर उसके गन्ने का बकाया भुगतान न होने और दूसरे बढ़ती मंहगाई के कारण दोहरी मार पड़ रही है। खाद, बीज का संकट है। हजारों करोड़ रूपए चीनी मिलों पर बकाया है। अब किसान का पराली के नाम पर उत्पीड़न किया जा रहा है। कई जिलों में किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया जाना अन्याय है। उसकी आय दुगनी करने की तो अब भाजपा चर्चा भी नहीं करती है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को ठोको नीति के तहत पुलिस निर्दोष नागरिकों को ठोक रही है। मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार को कई बार फर्जी एनकाउण्टरों पर नोटिसें जारी की हैं। इस सरकार ने मंहगाई बढ़ाई है। सब्जियों, दाल, तेल के दामों में भारी वृद्धि है तो किसान के उपयोग में आने वाली बिजली और डीजल भी मंहगा कर दिया गया है। नौजवानों को न नौकरी मिल रही है और नहीं कोई उद्योग प्रदेश में लग रहा है।