गाजीपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जातिवादी मानसिकता का आरोप लगाते हुये सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उनकी हत्या करवाना चाहती है।
श्री राजभर ने कहा “ भाजपा लगातार हमें जान से मारने की साज़िश रच रही है। यह चौथी घटना है हमें जान से मारने की। मुख्यमंत्री की जाति का होने की वजह से पुलिस दोषियों की मदद कर रही है। उन्होंने जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा कार्यक्रम की अनुमति होने के बावजूद टेंट और माइक उखाड़ने पर एतराज़ जताया और कोतवाल के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया।
उन्होने पिछले दिनो उनके साथ घटी घटना का जिक्र करते हुए कहा “ यह हमला दलितों, वंचितों और पिछड़ों के हक हकूक के लिए उठ रही हमारी आवाज पर हमला है। मैं गरीबों, दलितों, पिछड़ों की आवाज उठाता रहूंगा चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी देनी पड़े। ”उनके अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जेल का दरवाजा खुला रक्खें , मैं किसी भी ताकत के सामने झुकने वाला नहीं हूं।
सपा-सुभासपा के संयुक्त तत्वावधान में आज यहां जहूराबाद के विधायक ओमप्रकाश राजभर के साथ हुई कथित बदसलूकी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न करने के विरोध में धरना प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा सरकार तानाशाही के रास्ते पर है। वह लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू है। जब विरोधी दल का नेता न किसी के घर संवेदना व्यक्त करने और न किसी कार्यक्रम में शामिल हो पायेगा तो प्रदेश में लोकतंत्र कहां है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को ज़ालिम बताते हुए कहा कि प्रदेश के गुंडों और माफियाओं को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। प्रदेश के गुंडे और माफिया भाजपा नेताओं के इशारे पर विरोधी दल के नेताओं पर हमले कर रहे हैं। गुंडे , माफिया और पुलिस बेलगाम हो गये है। सरकार का इन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। भाजपा सरकार में समाजवादियों एवं उनके सहयोगी दलों के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय और उत्पीड़न किया जा रहा है। यह सरकार अन्याय और ज़ुल्म के खिलाफ आवाज उठाने वाले राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को पुलिस एवं गुंडों की लाठी गोली के बल पर कुचलना चाहती है। इस सरकार से न्याय की उम्मीद करना बेकार है।
श्री चौधरी ने कहा कि सरकार का काम होता है जनता की बुनियादी जरूरतों को पूरा करना मगर जनता के बुनियादी सवालों को हल करने में विफल भाजपा सरकार जनता का ध्यान इन सवालों की तरफ से भटकाने के लिए मंदिर मस्जिद का खेल खेलने लगती है। इस प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं बची है। उन्होंने कहा कि यदि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेश की ईंट से ईंट बजा दी जायेगी।