Breaking News

उत्तर प्रदेश में पढ़ाई जायेगी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् की पुस्तकें

लखनऊ, उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद् के आधीन संचालित विद्यालयों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् की पाठ्य पुस्तकों को अगले सत्र से लागू करने का निर्णय किया गया है।

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वन्तत्र प्रभार ) डाॅ0 सतीश चन्द्र द्धिवेदी ने मंगलवार को यहां बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर पाठ्यक्रमों में एकीकरण लाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद् के आधीन संचालित विद्यालयों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् की पाठ्य पुस्तकों को अगले सत्र से लागू करने का निर्णय किया गया है।

उन्होंने बताया कि शैक्षिक सत्र 2021 – 2022 में कक्षा एक की व शैक्षिक सत्र 2022 – 2023 में कक्षा दो- तीन की पुस्तकों में लागू किया जायेगा और शैक्षिक सत्र 2023- 2024 में कक्षा चार- पांच में तथा शैक्षिक सत्र 2024 – 2025 में कक्षा छह- सात- आठ में लागू किया जायेगा।

डाॅ0 द्विवेदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की पाठ्य पुस्तकों को लागू किये जाने से निश्चय ही छात्रों के उज्जवल भविष्य के निर्माण एवं व्यवसायिक शिक्षा, कुशलता में सहायता मिलेगी।