लखनऊ, मोदी विरोधी मोर्चे में अहम रोल निभा रहीं बसपा सुप्रीमो मायावती कल यहां लोकसभा चुनाव-2019 को लेकर पार्टी की रणनीति का संकेत देंगी. मायावती ने कल राजधानी लखनऊ में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अहम बैठक बुलाई है. इस बैठक में मायावती 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के संग साझा करेंगी. इतना ही नहीं मायावती को पीएम पद के दावेदार के रूप में पेश करने से लेकर कई अहम प्रस्तावों पर भी मुहर लगने की संभावना है.
2019 में मोदी विरोधी मोर्चे को बनाने में जुटी मायावती चुनावी रणनीति और आगामी चुनावों में गठबंधन को लेकर अपना रुख कार्यकारिणी में साफ कर सकती हैं. कार्यकारिणी की बैठक से ही तीसरे मोर्चे के प्रारूप का भी अंदाजा लग जाएगा.
मायावती पार्टी की पूर्व घोषित नीति से हटकर सांप्रदायिक दलों को सत्ता से बाहर रखने की मुहिम के तहत समाजवादी पार्टी से गठबंधन का पहले ही एलान कर चुकी हैं. उन्होंने गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा का समर्थन किया और सपा की मदद से विधान परिषद में पार्टी का एक प्रत्याशी जितवाया. हालांकि कैराना और नूरपुर उपचुनाव के लिए उन्होंने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. उम्मीद लगाई जा रही है कि कल होने वाली इस बैठक में इस बात से भी पर्दा उठ जाएगा कि वे गठबंधन प्रत्याशी को समर्थन देंगी या नहीं.
इसके अलावा वे पार्टी नेताओं संग गठबंधन की रुपरेखा पर भी चर्चा करेंगी. मायावती उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा में नेशनल लोकदल के साथ गठबंधन का ऐलान कर चुकी हैं. कर्नाटक में उन्होंने जेडीएस के साथ गठबंधन कर विधानसभा चुनाव लड़ा था. इसी तरह दूसरे राज्यों में किन-किन दलों के साथ गठबंधन होगा इस पर भी निर्णय कार्यकारिणी में लिया जा सकता है. साथ ही सपा के अलावा यूपी में कांग्रेस और रालोद गठबंधन का हिस्सा होंगे या नहीं इस पर भी फैसला होना हैं.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के सभी राष्ट्रीय पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य, सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्य जोन इंचार्ज, राज्य सभा सदस्य, सभी पूर्व और वर्तमान विधायक और जोन इंचार्ज जैसे जिम्मेदार लोगों को बुलाया गया है.