हरिद्वार, महाकुंभ को लेकर व्यापारी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं जबकि प्रशासन का कहना है कि वह स्थानीय व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखकर कुंभ को भव्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ को लेकर राज्य सरकार द्वारा जारी श्रद्धालुओं के आगमन संबंधी नियमावली को लेकर यहां के व्यापारी असंतुष्ट नजर आ रहे हैं जबकि प्रशासन का कहना है कि वह स्थानीय व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखकर कुंभ को भव्य और सुरक्षित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है ।
जिला अधिकारी सी रवि शंकर का कहना है कि महाकुंभ को सुरक्षित दुआ भव्य बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार फिलहाल सभी श्रद्धालुओं के लिए 72 घंटे पहले कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट लाने की अनिवार्यता रखी गई है। साथ ही क्रॉनिक बीमारियों से ग्रस्त लोगों को भी अपने नजदीकी अस्पताल से मेडिकल सर्टिफिकेट लाना होगा जिसके आधार पर पंजीकरण की प्रक्रियाओं को पूरा करके श्रद्धालु यहां बेरोकटोक स्नान करने आ सकेंगे।
दूसरी ओर हरिद्वार बजट होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप शर्मा का कहना है कि व्यापारियों द्वारा पहले ही उच्च अधिकारियों को इस संबंध में आग्रह किया गया था कि कोरोना महामारी के बाद आर्थिक रूप से परेशान व्यापारियों को कुंभ में राहत दी जाए ताकि उनके आर्थिक नुकसान की भरपाई हो सके परंतु एस ओ पी के कड़े नियमों से यहां व्यापारियों को काफी नुकसान होगा उन्होंने सरकार से एस ओ पी पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया।
जिला व्यापार मंडल के महामंत्री संजीव नैयर का कहना है की सरकार अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर पाई है कि कुंभ का स्वरूप क्या होगा सरकार को व्यापारियों के हितों को ध्यान में रखकर ही कोई निर्णय लेना चाहिए उन्होंने कहा की क्योंकि अब कोरोना वैक्सीन भी लोगों के लिए उपलब्ध हो गई है ऐसे में व्यवहारिक कठिनाइयों को देखते हुए सरकार को एसओपी में राहत देनी चाहिए ताकि श्रद्धालु यहां पर अधिक से अधिक आ सके हालांकि उन्होंने व्यापार मंडल द्वारा सरकार को कोरोना बीमारी से बचाव के उपायों जिसमें मास्क पहनना तथा सामाजिक दूरी के संबंध में सहयोग का भी आश्वासन दिया ।
इस संबंध में जिलाधिकारी रविशंकर का कहना है की व्यापार मंडल व अन्य संगठनों द्वारा एस ओ पी के संबंध में ज्ञापन दिए गए हैं जिन्हें शासन को भेजा गया है। प्रशासन का यह प्रयास रहेगा की व्यापारियों के आर्थिक हितों को ध्यान में रखकर भव्य और सुरक्षित कुंभ का आयोजन किया जाए।