लखनऊ , उत्तर प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने पुलिस कर्मियो के जज्बे को सैलूट करते हुये कहा है कि वे अपनी ड्यूटी के साथ इंसानियत का धर्म भी निभा रहे है ऐसे जाबाज कोरोना योद्धाओं का अभिनंदन।
श्री खन्ना ने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिये लागू लॉकडाउन शुरू होने के बाद पुलिस कर्मियों के सामने कानून व्यवस्था के साथ भूखे गरीबों तथा मजदूरों के भोजन की व्यवस्था एक चुनौती बनकर सामने आई उभर कर सामने आई है।
उन्होंने कहा कि ऐसे ही एक कोरोना योद्धा बाराबंकी में तैनात उप निरीक्षक दर्शन यादव का जज्बा देखने को मिला। उप निरीक्षक का कहना है सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने बताया कि दर्शन यादव की टीम नियमित रूप से डाॅक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों, इंटेलिजेंस यूनिट, जिला प्रशासन, ब्लॉक स्तर के अधिकारियों और बाराबंकी के विभिन्न पुलिस स्टेशनों के साथ कंट्रोल रूम के माध्यम से समन्वय स्थापित करती आ रही है ताकि लॉकडाउन की स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। उनकी सामुदायिक रसोई सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक चलती है ताकि जरूरतमंदो को भोजन मिल सके।
श्री खन्ना ने बताया कि जब लॉकडाउन शुरू किया गया था तब दिल्ली से बहुत भारी संख्या में मजदूर बसों में भरकर आये थे उनके पास ने पैसा था और न भोजन। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन से उप निरीक्षक दर्शन यादव ने एक मेस की व्यवस्था की और जब यात्री सफेदाबाद पहुंचे तब सभी नियमों का पालन करके उन्हें भोजन कराया गया। उन्होंने एक हफ्ते तक लगातार 10-15 बसों के यात्रियों को भोजन कराया गया।
उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से परेशान कई व्यक्तियों की उन्होंने सहायता पहुंचाई। उनका कहना है कि बाराबंकी में कानून लागू करने वालों ने निश्चित रूप से अद्वितीय नि:स्वार्थ सेवा भाव और समर्पण का परिचय दिया है। श्री खन्ना ने शनिवार को ट्वीटकर कहा “जब से लॉकडाउन हुआ है तब से श्री दर्शन यादव अपनी टीम के साथ गरीबों और ज़रूरतमंदों की मदद कर रहे हैं। वह अपनी पुलिस की ड्यूटी भी कर रहे हैं और इंसानियत का धर्म भी निभा रहे हैं। उनका अभिनंदन। ”